Weather Forecast Today, Cyclone Bulbul LIVE Updates: चक्रवात ”बुलबुल” के रविवार तड़के पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के बीच तटों से टकराने का अनुमान है। इस वजह से तटीय इलाकों में भारी बारिश और 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका जताई गई है। मौसम विभाग ने यह जानकारी दी। मौसम विभाग के क्षेत्रीय निदेशक जी के दास ने कहा कि तूफान से राज्य के कच्चे घरों, बिजली तथा संचार सेवाओं और सड़कों को नुकसान हो सकता है। उन्होंने संवेदनशील इलाकों में लोगों को घरों में रहने की सलाह देते हुए आगाह किया इससे पेड़ उखड़ने, फसलें बर्बाद होने और तटबंधों के नष्ट होने की आशंका है।
Weather Forecast Today LIVE Updates, Cyclone Maha
चक्रवाती तूफान ”महा” के कमजोर पड़ने के साथ ही शुक्रवार को मुंबई के कई हिस्सों और आस-पास के इलाकों में भारी बारिश हुई। एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार को सुबह मुंबई के घाटकोपर, चेंबूर, सांताक्रूज, बोरिवली, कांदिवली और मलाड उपनगर भारी बारिश से प्रभावित रहे। कुछ स्थानों पर बिजली और गरज के साथ बौछारें पड़ीं। जिला आपदा प्रबंधन नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने बताया कि ठाणे और पालघर जिलों के कुछ हिस्सों में भी भारी बारिश हुई। ठाणे और पालघर जिलों के निचले इलाकों में जलभराव हो गया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार पालघर जिले के, समुद्र तट पर बसे दहानू, चिनचनी, बोईसर, सफले और केलवे गांवों में भारी बारिश हुई।
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बुलबुल तूफान का असर झारखंड के विभिन्न हिस्सों में देखने को मिला। सुबह से ही बादल छाए रहे। वहीं, हवा के साथ बूंदाबांदी भी हुई। वहीं नावाडीह में दिन भर बादल छाए रहे और कुछ इलाकों में बारिश भी हुई।
मुंबई के मौसम ब्यूरो ने वित्तीय राजधानी में अगले 24 घंटों में बादल छाए रहने के साथ-साथ गरज के साथ छींटे पड़ने या हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। एक अधिकारी ने बताया कि बारिश से सड़क और रेल परिवहन अप्रभावित रहा। चक्रवात ‘महा’ गुरुवार को गुजरात तट से दूर अरब सागर में पहुंचा और कमजोर पड़ गया जिसके बाद महाराष्ट्र के कई हिस्सों में मध्यम बारिश हुई।
चक्रवाती तूफान 'बुलबुल' पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप से पहले ही टकरा चुका है। तूफान को को ध्यान में रखते हुए पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में सुरक्षा मजबूत कर दी गई है। उन इलाकों में राहत व बचाव टीमें भी मुस्तैद हैं।
मौसम विभाग के अनुसार अनुसार कोलकाता में दस नवंबर को भारी बारिश और 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का भी अनुमान है। अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार को कोलकाता से 600 किलोमीटर दूर बना गंभीर चक्रवाती तूफान ''बुलबुल'' शनिवार को और तेज होते हुए उत्तर की ओर बढ़ेगा।
बंगाल की खाड़ी में एक शक्तिशाली तूफान के बांग्लादेश के दक्षिणपश्चिम और दक्षिण तट पर पहुंचने की आशंका के मद्देनजर वहां अधिकारियों ने 50,000 से अधिक स्वयंसेवकों को तैयार रहने को कहा है। ढाका में मौसम कार्यालय ने सबसे गंभीर तूफान की चेतावनी जारी की। चक्रवात बुलबुल के शनिवार शाम को तट पर पहुंचने की आशंका है।
ओडिशा में 'बुलबुल' का कहर जारी है। राज्य सरकार ने कहा है कि बुलबुल से 6 लाख हैक्टयर धान का नुकसान हुआ है। सरकार ने नुकसान का सर्वे करने के लिए केंद्र से एक टीम भेजने को कहा है। वहीं बुलबुल की वजह से बंगाल, पूर्वोत्तर राज्यों में तेज हवा, भीषण बारिश देखने को मिलेगीl
ओडिशा के केंद्रापाड़ा में तूफान के चलते लोगों को संवेदनशील क्षेत्रों से हटाया गया है। केंद्रापाड़ा प्रशासन ने अब तक एक हजार से ज्यादा लोगों को हटाया है। वहीं बालासोर और जगतसिंहपुर जिलों में 1500 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है।
बेहद शक्तिशाली तूफान ‘बुलबुल’ के कारण कोलकाता एयरपोर्ट पर विमानों का परिचालन आज शाम 6 बजे से कल सुबह 6 बजे तक बंद रहेगी। पश्चिम बंगाल तट पर इस चक्रवात के कारण भूस्खलन की आशंका है।
चक्रवाती तूफान ''बुलबुल'' आज शाम या देर रात तक पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटों पर दस्तक दे सकता है। मौसम विभाग ने कदम उठाने के लिए ‘रेड वॉर्निंग’ जारी की और प्रशासन से यह सुनश्चित करने को कहा कि मछली पकड़ने की गतिविधियां, नौका सेवाओं आदि को पूरी तरह बंद रखा जाए। उसने प्रभावित इलाकों के लोगों से घरों में रहने की अपील भी की है।
बांग्लादेश में अधिकारियों ने निचले तटीय गांवों और द्वीपों से करीब 18 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने का शुक्रवार को आदेश दिया। देश में शनिवार शाम को बेहद शक्तिशाली चक्रवाती तूफान के दस्तक देने की आशंका है। आपदा प्रबंधन मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि हजारों लोगों को पहले ही सुरक्षित शिविरों में ले जाया गया है। 10 दक्षिणपश्चिम तटीय जिलों में लोगों से स्थान खाली कराने की प्रक्रिया चल रही है जिनके चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ के ज्यादा चपेट में आने की संभावना है। अब तक तीन लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है।
बेहद शक्तिशाली तूफान ‘बुलबुल’ के कारण मध्य ओडिशा के कई हिस्सों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश हुई, पेड़ उखड़ गए और सड़क संपर्क टूट गया। विशेष राहत आयुक्त (एसआरसी) पी के जेना ने बताया कि अभी तक कहीं से भी किसी के हताहत होने की खबर नहीं है हालांकि जगतसिंहपुर, केंद्रपाड़ा और भद्रक जिलों में कई स्थानों पर बड़ी संख्या में पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए।
मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि बुलबुल सुबह साढे पांच बजे सागर द्वीप के दक्षिण-दक्षिणपूर्व में 190 किलोमीटर की दूरी पर था जिसके क्रमिक रूप से कमजोर होने और पश्चिम बंगाल के सागर द्वीप और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच तट पार करने की संभावना है।
भारतीय तटरक्षक बल के र्किमयों ने गंभीर चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ के मद्देनजर किसी भी आकस्मिक स्थिति से निपटने के लिए कमर कर ली है जिसके पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश तटों के बीच शनिवार देर शाम या रात तक पहुंचने की आशंका है। तटरक्षक बल के महानिरीक्षक राजन बारगोत्रा ने बताया कि पारादीप, धर्मा और सागर द्वीप के तटों पर जहाजों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा दिया गया है।
ओडिशा में तूफान बुलबुल के मद्देनजर कुछ तटीय क्षेत्रों में संवेदनशील और निचले इलाकों से करीब 3,000 लोगों को निकाला गया है। राज्य के मुख्य सचिव असित त्रिपाठी ने बताया कि राज्य सरकार स्थिति पर करीब से नजर रख रही है और इससे निपटने के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है।
चक्रवाती तूफान बुलबुल से मध्य ओडिशा में बारिश हुई। राज्य आपदा प्रबंधन विभाग ने बताया कि केंद्रपाड़ा जिले के राजनगर ब्लॉक में शुक्रवार से अब तक सबसे अधिक 180 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गयी। भद्रक के चांदबाली में 150 मिमी. और जगतसिंहपुर जिले के तिरतोल में 100 मिमी. बारिश दर्ज की गयी।
भुवनेश्वर मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक एच आर बिस्वास ने बताया कि बेहद गंभीर श्रेणी का चक्रवाती तूफान ‘बुलबुल’ अभी पारादीप से करीब 95 किलोमीटर पूर्व-उत्तरपूर्व में बंगाल की खाड़ी के उत्तरपश्चिम में है। उन्होंने बताया कि ‘बुलबुल’ से ज्यादातर स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश हुई और मध्य ओडिशा के कुछ इलाकों में भारी से बहुत भारी वर्षा हुई।
मौसम विभाग के अनुसार अनुसार कोलकाता में नौ और दस नवंबर के बीच भारी बारिश और 70 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने का भी अनुमान है। अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार को कोलकाता से 600 किलोमीटर दूर बना गंभीर चक्रवाती तूफान ''बुलबुल'' शनिवार को और तेज होते हुए उत्तर की ओर बढ़ेगा।
ठाणे और पालघर जिलों के निचले इलाकों में जलभराव हो गया था। प्राप्त जानकारी के अनुसार पालघर जिले के, समुद्र तट पर बसे दहानू, चिनचनी, बोईसर, सफले और केलवे गांवों में भारी बारिश हुई।
बंगाल की खाड़ी के ऊपर चक्रवात ‘‘बुलबुल’’ और ताकतवर होकर एक भयंकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया है, जिससे ओडिशा के तटवर्ती इलाकों और उसके आस-पास के कई हिस्सों में बारिश शुरू हो गई है । मौसम विभाग के अधिकारियों ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी । भुवनेश्वर मौसम केंद्र के निदेशक एच आर बिश्वास ने शुक्रवार को बताया कि पारादीप से करीब 310 किलोमीटर दक्षिण - दक्षिणपूर्व में बंगाल की खाड़ी के ऊपर इस चक्रवात के ओडिशा को घेरते हुए पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश की तरफ बढ़ने की संभावना है ।
मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि शुक्रवार को कोलकाता से 600 किलोमीटर दूर बना गंभीर चक्रवाती तूफान ''बुलबुल'' शनिवार को और तेज होते हुए उत्तर की ओर बढ़ेगा। दास ने कहा, "इसके बाद इसके उत्तर-पूर्व की ओर बढ़ते हुए 10 नवंबर को तड़के पश्चिम बंगाल के सागर द्वीपसमूह और बांग्लादेश के खेपूपारा के बीच तटों से टकराने की संभावना है।"
मौसम विभाग का कहना है कि दिल्ली चंड़ीगढ़ व आसपास के इलाकों में भी गरज के साथ बारिश का अनुमान है। उधर, बीते 24 घंटे में दिल्ली में 8 मिलीमीटर बारिश हुई। आर्द्रता का स्तर 94 फीसद रहा। मौसम विभाग के अधिकारी ने बताया कि आसमान में हल्के बादल छाए रह सकते हैं। राजधानी में अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस के आसपास बना रहा।
मुंबई के मौसम ब्यूरो ने वित्तीय राजधानी में अगले 24 घंटों में बादल छाए रहने के साथ-साथ गरज के साथ छींटे पड़ने या हल्की बारिश होने की संभावना जताई है। एक अधिकारी ने बताया कि बारिश से सड़क और रेल परिवहन अप्रभावित रहा। चक्रवात ‘महा’ गुरुवार को गुजरात तट से दूर अरब सागर में पहुंचा और कमजोर पड़ गया जिसके बाद महाराष्ट्र के कई हिस्सों में मध्यम बारिश हुई।
तूफान बुलबुल के मद्देनजर पश्चिम बंगाल के कोलकाता, नॉर्थ और साउथ 24 परगना, पू्वी और पश्चिमी मिदनापुर, हावड़ा और झारग्राम में शनिवार को सभी सरकारी स्कूलों को बंद रखने की घोषणा की गई है। आईएससीई के सचिव गैरी अराथुन ने बताया कि आईसीएसई के अधिकतर स्कूल शनिवार को बंद रहेंगे।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के महानिदेशक एस एन प्रधान ने बताया कि ओडिशा में छह टीमों को तैनात किया गया है जबकि शेष को रिजर्व में रखा गया है। इसी प्रकार पश्चिम बंगाल में दस टीमों को तैनात किया गया है जबकि शेष को तैयार रखा गया है। उन्होंने बताया, ‘‘सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी हैं और हमारी टीमें पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा के प्रशासनिक अधिकारियों के संपर्क में हैं ।
मौसम संबंधी निजी वेबसाइट ने अनुमान लगाया है कि जम्मू व हिमाचल में हुई बर्फबारी से भी दिल्ली के तापमान व प्रदूषण में गिरावट आएगी। साइट के प्रमुख महेश पहलावत ने बताया कि शुष्क व ठंडी हवाएं दिल्ली के वातवरण की नमी को कुछ हद तक सोख लेंगी। इससे प्रदूषक तत्व निचले स्तर पर जमा नहीं होंगे। साथ ही करीब 25 किलोमीटर प्रतिघंटा रफ्तार की हवा चलेगी जो प्रदूषण के तितर-बितर कर देगी। इससे अगले दो तीन दिनों में राजधानी वासियों को राहत मिलेगी।
मौसम विभाग ने पश्चिमी विक्षोभ व तूफान महा व बुलबुल के प्रभाव से देश के कई इलाकों में बारिश का अनुमान लगाया है। जिसमें जम्मू-कश्मीर से लेकर ओडिशा गुजरात व अन्य इलाकों में भी बारिश की संभावना है। इससे मौैसम में सर्दी की आहट होने लगी है।
पश्चिम बंगाल एवं ओडिशा में बुलबुल चक्रवात के मद्देनजर राष्ट्रीय आपदा मोचन बल ने अपने 34 दस्तों को दोनों राज्यों में तैनात किया है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने शुक्रवार को इसकी जानकारी दी। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल के महानिदेशक एस एन प्रधान ने यहां बताया कि दोनों राज्यों में बल की 17-17 टीमों को तैनात किया गया है और राष्ट्रीय आपदा कार्रवाई बल किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।