माकपा ने विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की इस दलील को मानने से गुरुवार को इनकार कर दिया कि उन्होंने ललित मोदी नहीं, बल्कि उनकी कैंसर से पीड़ित पत्नी की मदद की थी। पार्टी ने सवाल किया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस मुद्दे पर जांच का आदेश देने से क्यों हिचक रहे हैं। सुषमा के इस्तीफे और ललित मोदी प्रकरण की उच्च स्तरीय जांच की अपनी मांग पर कायम माकपा ने लोकसभा में संपूर्ण विपक्ष की अनुपस्थिति में विदेश मंत्री के बयान देने पर भी आपत्ति जताई।
पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि अगर जांच में वे निर्दोष साबित होती हैं तो विदेश मंत्री का सम्मान के साथ स्वागत होगा। माकपा ने ललित मोदी प्रकरण को लेकर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और व्यापमं घोटाले के संदर्भ में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के इस्तीफे की भी मांग की है। सुषमा पर ललित मोदी को ब्रिटिश यात्रा दस्तावेज दिलाने का आरोप है।
येचुरी ने सवाल किया कि मंत्री ने संपूर्ण विपक्ष की अनुपस्थिति में उसी तरह बयान दिया जैसे राजीव गांधी ने बोफोर्स घोटाले के समय संसद चलाई थी। अगर मंत्री ने जो कुछ कहा है, वह सही है तो प्रधानमंत्री इस मामले की जांच का आदेश देने में क्यों हिचक रहे हैं?