पश्चिम बंगाल में विपक्षी माकपा ने आज आरोप लगाया कि उसके नेताओं की रैलियों पर आज दूसरे दिन दो स्थानों पर हमले किये गए। वहीं सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस ने पलटवार करते हुए वाम दल पर गांवों पर ‘‘कब्जा’’ करने और शांति नष्ट करने का आरोप लगाया।

माकपा पोलित ब्यूरो सदस्य एवं वाम मोर्चे के अध्यक्ष बिमान बोस ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘‘कल उन्होंने :तृणमूल कांग्रेस: माकपा प्रदेश सचिव सूर्य कांत मिश्र की रैली पर हमला किया था और आज उन्होंने दो अन्य स्थानों पर रैलियों पर हमले किये। तृणमूल कांग्रेस राज्य के लोगों के सभी लोकतांत्रिक अधिकारों को नष्ट कर देना चाहती है।’’

उन्होंने सवाल किया, ‘‘मुख्यमंत्री ने सहिष्णुता की बात की लेकिन उनकी पार्टी इतनी असहिष्णु क्यों है?’ मिश्र की रैली पर कथित तौर पर नारायणगढ़ में हमला किया गया। उन्होंने कहा, ‘‘वे हमें रोक नहीं सकते। वे जितना हमला करेंगे, प्रतिरोध उतना अधिक होगा।’ वहीं तृणमूल कांग्रेस महासचिव एवं शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने माकपा पर रैलियां आयोजित करने के नाम पर गांवों पर कब्जा करने के प्रयास करने का आरोप लगाया।

उन्होंने कहा, ‘वे :माकपा: राज्य की शांति भंग करने का प्रयास कर रहे हैं। वे हिंसा की बात कर रहे हैं, :लेकिन: उन्होंने अपने शासन के दौरान क्या किया? वे ग्रामीणों को भयभीत करते थे ताकि कोई भी उनके खिलाफ वोट नहीं करे।’ उन्होंने कहा, ‘‘अब वे :माकपा: 2011 के बाद सभी चुनावों में जनता द्वारा खारिज किये गए हैं, वे गांवों पर कब्जा करने के लिए हिंसा का सहारा ले रहे हैं। लोग ऐसे प्रयासों का विरोध करेंगे।’’