हाल ही में पहली बार IT पैनल की संसदीय बैठक में अभिनेता से राजनेता बने शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि वह साथी सदस्यों की इंटेलिजेंस से काफी प्रभावित थे, जबकि आईटी के बारे में उनका ज्ञान केवल टेक्स्ट मैसेज भेजने और उन्हें डिलीट करने तक ही सीमित है। उनकी इस बात पर चुटकी लेते हुए सीपीआई-एम के राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास ने कहा कि शत्रुघ्न सिन्हा को व्हाट्सएप करना सिखाया जाए।
बैठक के दौरान माहौल तब हल्का हो गया जब सीपीआई-एम के राज्यसभा सांसद जॉन ब्रिटास ने बैठक के अंत में सुझाव दिया कि पैनल को शत्रुघ्न सिन्हा को अपने कार्यकाल के अंत तक व्हाट्सएप मैसेज भेजने का तरीका सिखाया जाए। गौरतलब है कि शत्रुघ्न सिन्हा पैनल में नए शामिल सदस्य हैं, उन्होंने पश्चिम बंगाल के आसनसोल से टीएमसी के टिकट पर अप्रैल में उपचुनाव जीता था।
आईटी पैनल में नए शामिल सदस्य: गौरतलब है कि शत्रुघ्न सिन्हा आईटी पैनल में नए शामिल सदस्य हैं। उन्होंने पश्चिम बंगाल के आसनसोल से टीएमसी के टिकट पर अप्रैल में उपचुनाव जीता था। आसनसोल लोकसभा उपचुनाव में शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रचंड जीत हासिल की थी। बिहार से पश्चिम बंगाल पहुंचे शत्रुघ्न सिन्हा ने बीजेपी की उम्मीदवार को तीन लाख से ज्यादा वोटों से हराया था।
बीजेपी ने किया पश्चिम बंगाल इकाई के कोर ग्रुप का गठन: वहीं, दूसरी ओर BJP अध्यक्ष जे पी नड्डा ने पार्टी की पश्चिम बंगाल इकाई के कोर ग्रुप का गठन किया। इस 20-सदस्यीय कोर ग्रुप में प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजूमदार और विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी भी शामिल हैं। इस कोर ग्रुप के स्पेशल आमंत्रित सदस्यों में पश्चिम बंगाल के प्रभारी मंगल पांडे, राष्ट्रीय महासचिव सुनील बंसल, सह-प्रभारी अमित मालवीय और आशा लकड़ा शामिल हैं।
अभिनेता से नेता बने मिथुन चक्रवर्ती, पूर्व केंद्रीय मंत्री देबाश्री चौधरी, राष्ट्रीय कार्यसमिति के सदस्यों स्वपन दासगुप्ता और अनिर्बान गांगुली, सांसद लॉकेट चटर्जी और ज्योर्तिमय सिंह महतो को भी इस प्रमुख समूह का सदस्य बनाया गया है। पूर्व प्रदेश अध्यक्षों दिलीप घोष और राहुल सिन्हा को भी इस कोर ग्रुप में जगह दी गई है। इनके अलावा केंद्रीय मंत्री सुभाष सरकार, निशिथ प्रामाणिक, शांतनु ठाकुर और जॉन बारला को इसका सदस्य बनाया गया है।