केरल के कन्नूर जिले में राजनीतिक हिंसा पर चिंता जताते हुए भाकपा ने दूसरी वामपंथी पार्टी माकपा से आग्रह किया है कि संयम बरतें और आरएसएस के उकसावे में नहीं आएं क्योंकि पार्टी के ऊपर एलडीएफ शासित राज्य में कानून व्यवस्था बनाये रखने की जिम्मेदारी है।
भाकपा के महासचिव एस सुधाकर रेड्डी ने पीटीआई से कहा, ‘‘बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि लगातार इस तरह हत्याएं और प्रतिशोध में हत्याएं हो रहीं हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘दोनों को संयम बरतना चाहिए। खासतौर पर आरएसएस को। हर बार संघ ने पहली बार किसी घटना को अंजाम दिया है। इसका यह मतलब नहीं है कि मैं प्रतिशोध में की गयी हत्या की घटनाओं :माकपा द्वारा: का बचाव करूं। दोनों को संयम बरतना चाहिए।’’

वीडियो: कन्नूर में बीजेपी कार्यकर्ता की हत्या के विरोध में केरल बंद

रेड्डी ने कहा कि माकपा को उकसावे में नहीं आना चाहिए और संयम बरतना चाहिए। कानून व्यवस्था बनाये रखने की जिम्मेदारी केरल सरकार की है। उससे भी ज्यादा जिम्मेदारी माकपा की है जो सरकार में प्रमुख साझेदार है। उन्होंने आरएसएस-भाजपा पर सांप्रदायिक माहौल बिगाड़ने की कोशिश करने का आरोप लगाया। रेड्डी ने आरोप लगाया कि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने सभी समाचार चैनलों और अखबारों के संपादकों से अपील की है कि कन्नूर जिले की राजनीतिक हिंसा को अखिल भारतीय मुद्दा बनाया जाना चाहिए। यह खबरों में रहना चाहिए।

उन्होंने इन धारणाओं को खारिज कर दिया कि केरल में माकपा के सत्ता में आने पर राजनीतिक हिंसा का क्रम शुरू हो जाता है।
रेड्डी ने कहा, ‘‘पहले भी यह होता रहा है। जब माकपा विपक्ष में थी, तब भी यह होता था।’’ कन्नूर जिले में भाजपा कार्यकर्ता रेमिथ की कथित तौर पर पिछले बुधवार को हत्या कर दी गयी थी। यह केरल के मुख्यमंत्री पिनारायी विजयन का गृहनगर है। इससे 48 घंटे पहले एक माकपा कार्यकर्ता और ताड़ी विक्रेता मोहनन की हत्या कर दी गयी थी।  भाजपा ने अपने पार्टी कार्यकर्ता की हत्या के खिलाफ पिछले गुरूवार को केरल में हड़ताल आहूत की थी।