Telegram पर कोविन ऐप का डेटा लीक होने वाली खबरों को हेल्थ मिनिस्ट्री की तरफ से पूरी तरह से गलत और निराधार बताया गया है। हेल्थ मिनिस्ट्री द्वारा सोमवार शाम कहा गया कि कोविन डेटा उल्लंघन का दावा करने वाली खबर निराधार और शरारतपूर्ण प्रकृति की है, पोर्टल पूरी तरह से सुरक्षित है। हेल्थ मिनिस्ट्री ने पोर्टल से डेटा लीक की खबर का खंडन करते हुए कहा- डेटा गोपनीयता के लिए कोविन के पास पर्याप्त सुरक्षा उपाय हैं।
इससे पहले विभिन्न मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया कि मैसेजिंग प्लेटफॉर्म टेलीग्राम पर भारतीय नागरिकों की निजी जानकारियां जैसे आधार कार्ड और पासपोर्ट की डिटेल लीक होने की बात सामने आई है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, टेलीग्राम पर जो डिटेल्स लीक हुई हैं, वे वही जानकारियां है जो कोविन पोर्टल पर दर्ज की गई थीं। कोविन पोर्टल पर वैक्सीनेशन के लिए लोगों को अपनी पर्सनल डिटेल दर्ज करनी होती थी।
द इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, डाटा लीक के स्त्रोत का पता लगाने के लिए जांच चल रही है कि कहीं यह डाटा सरकार के डोमेन के बाहर के लोगों के हाथों में तो नहीं गया है। रिपोर्ट में कहा गया कि टेलीग्राम आम लोगों के अलावा, राजनीतिक दलों के हाई-प्रोफाइल नेताओं और नौकरशाहों से जुड़ी जानकारियां भी साझा कर रहा था। इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया, “हमने मामले का संज्ञान लिया है और इसकी जांच करनी शुरू कर दी है कि डाटा CoWIN से आ रहा है या किसी अन्य स्त्रोत से।”
डाटा लीक की वजह से 100 करोड़ से ज्यादा लोग प्रभावित हो सकते हैं, जिन्होंने कोविन पोर्टल के जरिए साइन अप कर वैक्सीनेशन करवाया था। इसमें 12-14 वर्ष की आयु के 4 करोड़ से अधिक बच्चे और 45 वर्ष से अधिक आयु के 37 करोड़ से ज्यादा लोग शामिल हैं। टेलीग्राम अकाउंट आज सुबह से इनएक्टिव है। इस पर लोगों की वह पर्सनल डिटेल्स दिखाई दे रही थीं, जिस फोन नंबर से उन्होंने CoWIN पोर्टल के लिए साइन अप किया था। टेलीग्राम चैटबॉट लोगों से जुड़ी पर्सनल जानकारी जैसे नाम, वैक्सीनेशन के लिए इस्तेमाल की गई आईडी और जहां टीकाकरण करवाया गया, उसकी जानकारी दिखा रहा था। बॉट उन लोगों को भी दिखा रहा था जिन्होंने एक ही फोन नंबर के जरिए CoWIN में रजिस्टर किया था। कोविन एक फोन नंबर पर कई लोगों को अकाउंट बनाने की अनुमति देता था।
तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता साकेत गोखले के मुताबिक, टेलीग्राम बॉट ने कथित तौर पर राज्यसभा सांसदों संजय राउत और डेरेक ओ’ब्रायन और पूर्व केंद्रीय मंत्री पी चिदंबरम समेत अन्य लोगों की व्यक्तिगत जानकारी का खुलासा किया है। पिछले साल जनवरी में राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) के सीईओ आरएस शर्मा ने दावा किया था कि कोविन के पास अत्याधुनिक सुरक्षा बुनियादी ढांचा है और कभी भी सुरक्षा उल्लंघन का सामना नहीं करना पड़ा है। हालांकि अब उन्होंने शर्मा ने डाटा लीक से जुड़े सवालों का जवाब नहीं दिया।