भारत में कोरोना का प्रकोप अब भी कम नहीं हुआ है। रोजाना यहां हजारों की संख्या में लोग पॉज़िटिव पाये जा रहे है। इसी बीच कोरोना वैक्सीन को लेकर एक अच्छी खबर आई है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII ) द्वारा तैयार की जा रही ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी गई। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया ‘कोविशील्ड’ वैक्सीन को एस्ट्रेजेनिका के साथ मिलकर तैयार कर रही है। ये ऑक्सफोर्ड की तरफ से बनाई गई है। एसआईआई दुनिया की सबसे बड़ी टीका निर्माता कंपनी है।

कोरोना वैक्सीन को लेकर सब्जेक्ट एक्सपर्ट कमेटी की अहम बैठक हो रही है जिसमें कोरोना संक्रमित मरीजों पर सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा बनाई जा रही कोविशील्ड वैक्सीन के आपात इस्तेमाल को मंजूरी दे दी गई है। बैठक में फाइजर, भारत बायोटेककी कोरोना वैक्सीन पर भी चर्चा जारी है। सीडीएससीओ की विशेषज्ञ समिति ने कोविशील्ड को मंजूरी देने का अनुमोदन किया है अब ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीजीसीआई) इस अनुमोदन पर विचार कर इस अंतिम रूप से मंजूरी देने पर काम करेगा।

वहीं, 2 जनवरी से देश के हर राज्य में कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन किया जाएगा। इसकी तैयारियों को लेकर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन की अगुवाई में एक बैठक चल रही है। इससे पहले पंजाब, असम, गुजरात और आंध्र प्रदेश में ड्राई रन किया गया था, जिसके रिजल्ट काफी सकारात्मक आए थे।

दिल्ली सरकार के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए हो रही बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि पहले चरण में वैक्सीन लगाने की तैयारी पूरी हो चुकी है। जिन लोगों को पहले वैक्सीन देनी है उनकी सूची तैयार है। उन्होंने बताया कि कोविड वैक्सीन का ड्राय रन दिल्ली के जीटीबी अस्पताल और एक निजी अस्पताल में आयोजित किया जाएगा।

हर्षवर्धन ने ड्राय रन को लेकर कहा, ‘स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की सूची बनाई गई है और उसे कोविड प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया जाएगा। जिस तरह हम चुनावों के दौरान तैयारी करते हैं, उसी तरह हमें सभी मेडिकल टीमों के प्रत्येक सदस्य को जिम्मेदारी से प्रशिक्षित करने की आवश्यकता है।’

उत्तर प्रदेश में कल होने वाले ड्राई रन के बारे में बात करते हुए राज्य के प्रमुख स्वास्थ्य सचिव अमित मोहन प्रसाद ने कहा, “हम कल लखनऊ में सहारा अस्पताल, आरएमएल अस्पताल, केजीएमयू और एसजीपीजीआई सहित 6 केंद्रों पर कोविड वैक्सीन का ड्राई रन करेंगे।

बता दें भारत बायोटेक ने इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (आईसीएमआर) के साथ मिलकर ‘कोवैक्सीन’ तैयार किया है, जिसका प्रजेंटेशन बुधवार को पैनल के सामने दिया गया. फाइजर ने अपने डेटा को रखने के लिए और समय देने की मांग की थी। ब्रिटेन और अर्जेंटिना के बाद ऑक्सफोर्ड वैक्सीन को मंजूरी देने वाला भारत तीसरा देश है।

सीरम इंस्टीट्यूट के सीईओ अदर पूनावाला ने बताया कि एक व्यक्ति को दो डोज की जरूरत होगी। उन्होंने कहा कि विभिन्न ट्रायल के परिणामों से संकेत मिलता है कि दो खुराक के बीच दो से तीन महीने का गैप होना चाहिए। इसके अलावा कोविशील्ड शीशियों को 2 डिग्री सेल्सियस से 8 डिग्री सेल्सियस के बीच तापमान पर स्टोर करने की आवश्यकता होती है।

इसके अलावा पूनावाला ने कहा कि सभी टीके के कुछ साइड-इफेक्ट्स होते हैं, लेकिन चिंता की बात नहीं है। ट्रायल के दौरान कम संख्या में लोगों ने साइड इफेक्ट का अनुभव किया। हल्का बुखार, गले में खराश या हल्का सिरदर्द हो सकता है जो दो दिनों तक रहता है।