देश में तेजी से बढ़ते कोविड-19 के नए मामलों के बीच अस्पताल में तैयारियों का जायजा लेने के लिए 10 और 11 अप्रैल को देशव्यापी मॉक ड्रिल का आयोजन किया जाएगा। इसमें सरकारी और प्राइवेट दोनों तरह के स्वास्थ्य केंद्रों के भाग लेने की संभावना है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया मॉक ड्रिल का निरीक्षण करने सोमवार (10 अप्रैल) को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान, झज्जर (AIIMS) जाएंगे।

कई राज्यों में मास्क अनिवार्य

देश के ज्यादातर राज्यों में बीते कुछ दिनों में कोविड-19 के नए मामलों में लगातार तेजी दर्ज की गई है। इसको लेकर कई राज्यों ने फिर से मास्क अनिवार्य कर दिया है। वहीं, कई राज्यों ने लोगों से जरूरी सावधानी अपनाने की सलाह दी है। मांडविया ने सात अप्रैल को हुई समीक्षा बैठक में राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों से अस्पताल जाने तथा मॉक ड्रिल का निरीक्षण करने का अनुरोध किया था। केंद्रीय मंत्री ने उन्हें आठ तथा नौ अप्रैल को जिला प्रशासन तथा स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ तैयारियों की समीक्षा करने की भी सलाह दी थी।

केंद्रीय मंत्री ने की थी राज्यों के साथ समीक्षा बैठक

राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों और प्रधान एवं अतिरिक्त मुख्य सचिवों के साथ हुई बैठक में मांडविया ने इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारी (आईएलआई) तथा गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (एसएआरआई) मामलों की प्रवृत्तियों पर नजर रखकर, जांच तथा टीकाकरण बढ़ाकर और अस्पतालों में बेहतर बुनियादी ढांचा सुनिश्चित करके आपातकालीन हॉटस्पॉट की पहचान करने की आवश्यकता पर जोर दिया था। उन्होंने जीनोम अनुक्रमण बढ़ाने के अलावा कोविड अनुकूल व्यवहार का पालन करने को लेकर जागरूकता पैदा करने पर भी जोर दिया था।

कोविड-19 की चौथी लहर की आशंका पर क्या बोले स्वास्थ्य मंत्री

स्वास्थ्य मंत्री मांडविया ने एक टीवी इंटरव्यू में भरोसा दिलाया कि सरकार कोविड-19 संक्रमणों में हालिया स्पाइक से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि देश भर के अस्पतालों में आईसीयू बेड, ऑक्सीजन की आपूर्ति समेत तमाम अहम तैयारी और साथ इसकी साप्ताहिक समीक्षा भी की जा रही है।

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उन्होंने कहा कि कोविड-19 महामारी की चौथी लहर की आशंका को लेकर सबको सतर्क रहने की जरूरत है। उन्होंने बताया कि पिछला कोविड म्यूटेशन ओमीक्रॉन का सब-वेरिएंट BF.7 था। इस बार उसका सब-वेरिएंट XBB 1.16 संक्रमण बढ़ाने की वजह है। हालांकि, मंत्रालय के अनुभवों के मुताबिक यह सब-वेरिएंट उतना खतरनाक नहीं हैं।