निलंबित भाजपा नेता नूपुर शर्मा के खिलाफ ‘सर तन से जुदा’ का नारा लगाने के आरोप में गिरफ्तार अजमेर शरीफ दरगाह के खादिम गौहर चिश्ती को मंगलवार को स्थानीय अदालत ने बरी कर दिया है। अदालत ने इस मामले में छह अन्य आरोपियों को भी बरी कर दिया है। जून 2022 में एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें गौहर चिश्ती और अन्य को अजमेर दरगाह के मुख्य द्वार पर नूपुर शर्मा के खिलाफ भड़काऊ नारे लगाते देखा गया था।

वायरल वीडियो में क्या था?

वीडियो में अजमेर शरीफ दरगाह के खादिम गौहर चिश्ती को नुपुर शर्मा के खिलाफ मुस्लिम समुदाय की रैली में ‘सर तन से जुदा’ का नारा लगाते हुए देखा गया था। यह मामला नुपुर शर्मा एक टेलीविजन बहस के दौरान पैगंबर मुहम्मद के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी करने के बाद खड़ा हुआ था। भाजपा द्वारा निलंबित की गई शर्मा ने अपनी टिप्पणी के लिए कई बार जान से मारने की धमकियां मिलने की शिकायत भी दर्ज कराई है। गौहर चिश्ती के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था। जिसके बाद से वह थे। उन्हें 14 जुलाई 2022 को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था।

दर्जी की हत्या के साथ संबंध पर जांच

पुलिस उदयपुर में हुए दर्जी की हत्या मामले में चिश्ती के संबंधों की भी जांच कर रही थी। दर्जी कन्हैया लाल को दो लोगों ने एक विवादित सोशल मीडिया पोस्ट के चलते चाकू से गोदकर मार डाला था। हालांकि, पुलिस को हत्यारों और चिश्ती के बीच कोई संबंध नहीं मिला। अब कोर्ट ने चिश्ती को बरी कर दिया है। नूपुर शर्मा के बयान के बाद काफी विवाद हुआ था। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था।

यूएई, सऊदी अरब, कतर और ईरान समेत कई इस्लामिक देशों द्वारा उनके विवादित बयान पर विरोध जताया था। इस ही दौरान पार्टी की दिल्ली मीडिया इकाई के प्रमुख नवीन कुमार जिंदल को भी उनके आपत्तिजनक बयान का स्क्रीनशॉट ट्वीट में शेयर करने के कारण पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।