पाकिस्तान से महज कुछ ही दूरी पर स्थित भारत-पाक अटारी सीमा पर देश का सबसे ऊंचा तिरंगा लहराया गया। रविवार को यहां 360 फुट ऊंचे फ्लैगमास्ट का उद्घाटन किया गया। ये तिरंगा 120 लंबा और 80 फुट चौड़ा है। झंडे के पोल का वजन 55 टन है और इसके निर्माण पर 3.50 करोड़ रुपए का खर्च आया है। यह पंजाब सरकार के अमृतसर सुधार न्यास प्राधिकरण की परियोजना थी। यह तिरंगा इतना ऊंचा है कि इसे पाकिस्तान के लाहौर से भी देखा जा सकता है। इससे पहले देश के सबसे ऊंचे राष्ट्रीय झंडे का खिताब झारखंड के रांची में लगे 293 फुट के तिरंगे को मिला हुआ था।

अमृतसर सुधार न्यास प्राधिकरण ने 6 और झंडों को स्टैंडबॉय के तौर पर रखा हुआ है, ताकि मौसम के कारण तिरंगे में कोई कमी आने पर उसे बदला जा सके। हर झंडे की कीमत 1.25 लाख रुपए है। पंजाब के मंत्री अनिल जोशी ने इस सबसे ऊंचे फ्लैगमास्ट पर देश का सबसे बड़ा तिरंगा फहराया। जोशी ने कहा, “मैं जब बड़ा हुआ, तो अक्सर सुना करता था सारे जहां से अच्छा, हिंदुस्तान हमारा। मैं एक सैनिक तो नहीं बन सकता, लेकिन मुझे लगता है हम सभी को ऐसा कुछ करना चाहिए जिससे की देश और देश की रक्षा करने वाले सैनिकों को गर्व महसूस हो। मुझे गर्व है कि इस तरह को कोई प्रोजेक्ट पूरा हो सका।”

पाकिस्तान ने उठाए सवाल:

रोचक बात यह रही कि पाकिस्तान को अटारी में फहराए गए झंडे से परेशानी महसूस हो रही है। सूत्रों के मुताबिक पाकिस्तानी रेंजर्स ने बोर्डर सिक्योरिटी फोर्स (BSF) को अपनी नाराजगी जाहिर की है और झंडे का हटाने के लिए कहा है। पाकिस्तान ने इंटरनेशनल बोर्डर पर फहराए गए झंडे पर आपत्ति जताते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय संधियों का उल्लंघन बताया। पाकिस्तानी अधिकारियों को डर है कि भारत ने झंडे के पोल पर कैमरा लगाए होंगे और इसका इस्तेमाल पाकिस्तानी सरजमीं की जासूसी करने के लिए कर सकता है।