Train Accident: उत्तर प्रदेश के गोंडा में गुरुवार को गोंडा-गोरखपुर रेलमार्ग पर मोतींगज के पास चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ के कई डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हादसे में दो लोगों की मौत हो गई है और कई लोग घायल हो गए हैं। बीते कुछ समय से रेल हादसों में काफी बढ़ोतरी हुई है। पश्चिम बंगाल के दार्जिलिंग में 17 जून को कंचनजंगा एक्सप्रेस और मालगाड़ी की टक्कर हो गई थी। वहीं, ओडिशा के बालासोर में भी भीषण रेल हादसा हुआ था। लेकिन देश में एक ऐसा भी रेल हादसा हुआ था जिसे भूल पाना शायद मुश्किल है। इस रेल हादसे से देश ही नहीं बल्कि दुनिया को भी झकझोंर कर रख दिया था।
6 जून 1981 के दिन और शाम का समय था। उन दिनों बारिश का मौसम चल रहा था। 9 बोगियों वाली पैसेंजर ट्रेन यात्रियों से खचाखच भरी हुई थी। गाड़ी नंबर 416dn मानसी से सहरसा की ओर जा रही थी। यह अकेली ऐसी ट्रेन थी जो खगड़िया से सहरसा तक का सफर तय करती थी। एकमात्र ट्रेन होने की वजह से लोग इसमें भारी संख्या में सफर करते थे। अंदर से लेकर बाहर तक लोग लदे हुए थे। जिन यात्रियों को सीट नहीं मिली थी वे ट्रेन के दरवाजों, खिड़कियों पर लटक कर सफर करने के लिए मजबूर थे। यात्री इंजन पर, ट्रेन की छत पर सफर कर रहे थे।
ट्रेन हादसे में गई कई लोगों की जान
ट्रेन बदला घाट और धमारा घाट स्टेशन के बीच से गुजरनी ही शुरू हुई थी कि एक भयानक हादसा हो गया। ट्रेन के 9 में से 7 डिब्बे उफनती नदी में जाकर गिर गए थे और देखते ही देखते पूरा मंजर बदल गया। चारो तरफ चीख पुकार मच गई और लोग अपनी जान बचाने के लिए चीखते और चिल्लाते रहे। इस हादसे में लोगों को तत्काल कोई राहत नहीं मिली। इसकी वजह से कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। बिहार के इस हादसे में करीब 800 लोगों की मौत हो गई थी। हालांकि, सरकारी आंकड़े बताते हैं कि हादसे में 300 लोगों की जानें गईं। कई यात्रियों के शव तक बरामद नहीं हुए थे। गोताखोरों ने कई दिनों तक सर्च ऑपरेशन चलाया था।
ट्रेन के डिब्बे डूबने के पीछे क्या वजह थी
बिहार के बागमती नदी पर हुए इस हादसे की असली सच्चाई अभी तक किसी के भी सामने नहीं आ पाई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोई कहता है कि नदी का अचानक से जलस्तर बढ़ने की वजह से यह हादसा हुआ और कोई कहता है कि पुल पर आई गाय को बचाने के लिए लोको पायलट ने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए थे, इसी वजह से ट्रेन के सात डिब्बे पलट गए और पुल को तोड़ते हुए नदी में जाकर गिर गए और कई लोगों की जान चली गई।