कोरोना वायरस का प्रकोप जहां देशभर में बढ़ता जा रहा है वहीं इसे लेकर सियासत भी गरमाती जा रही है। AIMIM पार्टी के मुखिया और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि कोरोना वायरस के कारण जिस व्यक्ति की मौत हो रही है, वह शहीद है। उनका यह बयान पार्टी के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से भी शेयर किया गया है।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस से मारे गए लोगों के लिए कफन का इंतजाम करने की जरूरत नहीं है। कम से कम लोगों की मौजूदगी में शव को सुपुर्द ए खाक कर देना चाहिए। ओवैसी का कहना था कि जिस इंसान का इंतकाल वबा की वजह से होता है, इस्लाम में उसका दर्जा शहीद का होता है।
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उनके इस बयान पर बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि ”क्या ये शहादत की नई परिभाषा है? क्या जो लोग निजामुद्दीन स्थित तबलीगी जमात से वापस आए हैं, ये उन्हें प्रोत्साहित करने का तरीका है?”
Those who die as a result of COVID19 are martyrs. Burial of martyrs does not require kafan (shroud) or ghusl (cleansing). One must immediately offer janazah and carry out the burial with a few people. – Barrister @asadowaisi pic.twitter.com/ImgzAapr0p
— AIMIM (@aimim_national) April 2, 2020
बता दें कि दिल्ली के निजामुद्दीन में कोरोना वायरस के मद्देनजर लॉकडाउन के वाबजूद 3000 लोग तबलीगी जमात के मरकज में हिस्सा लेने पहुंचे थे। इसमें से कई लोग कोरोना पॉजिटिव पाए गए हैं। और यह देश के अलग-अलग राज्यों में पहुंच गए हैं जिससे कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ गया है। इस घटनाक्रम को लेकर सियासी बहस शुरू हो गई है।