कोरोना वायरस संक्रमण के चलते देशभर में लॉकडाउन लागू है। हालांकि धीरे-धीरे इसमें ढील दी जाएगी लेकिन हालात पूरी तरह से सामान्य होते होते शायद ये साल गुजर जाएगा। ऐसे हालात में चुनाव आयोग को बिहार चुनाव की चिंता सता रही है। दरअसल इस साल के अंत में बिहार में विधानसभा चुनाव होने हैं।
चुनाव आयोग ने इस मुद्दे पर हाल ही में एक बैठक की। पता चला है कि इस बैठक में चुनाव आयोग ने दक्षिण कोरिया मॉडल पर चुनाव कराने को लेकर चर्चा की। बता दें कि दक्षिण कोरिया में कोरोना वायरस माहमारी के बीच इसी माह नेशनल असेंबली की 300 सीटों के लिए चुनाव आयोजित कराए गए हैं।
यही वजह है कि चुनाव आयोग भी बिहार चुनाव दक्षिण कोरिया मॉडल के आधार पर कराने की योजना बना रहा है। इसके लिए आयोग ने बाकायदा एक कमेटी का भी गठन कर दिया है। यह कमेटी दक्षिण कोरिया मॉडल का अध्ययन करेगी और बिहार चुनाव में उसे लागू करेगी।
बता दें कि दक्षिण कोरिया में बीती 15 अप्रैल को चुनाव हुए थे। इस दौरान करोड़ो लोगों ने चुनावों में हिस्सा लिया। हालांकि इसके लिए साउथ कोरिया सरकार की तरफ से बड़े पैमाने पर तैयारियां की गई थीं। दरअसल कोरियाई सरकार ने लोगों को बड़ी मात्रा में मास्क, ग्लव्ज, हैंड सैनेटाइजर वितरित किए, ताकि लोग सावधानी से अपना वोट डाल सकें।
मतदान कराने वाले कर्मचारियों के लिए भी पीपीई किट, फेस प्रोटेक्शन, मास्क और मेडिकल ग्लव्ज का इंतजाम किया गया। लोगों को पोलिंग बूथ के बाहर सोशल डिस्टेंशिंग का पालन करने को कहा गया।
वहीं पोलिंग बूथ आने वाले हर मतदाता का तापमान जांचा गया। जिस भी मतदाता का तापमान सामान्य से ज्यादा मिला, उसे अलग कर विशेष बिल्डिंग्स में उनका वोट डलवाया गया। इतना ही नहीं अस्पतालों के बाहर पोलिंग बूथ बनाए गए ताकि कोरोना संक्रमित लोग भी वोट डाल सकें।