उत्तर प्रदेश में बलरामपुर जिले के उतरौला कस्बा निवासी कोरोना वायरस के एक संदिग्ध मरीज को जिला संयुक्त चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड मे भर्ती कराया गया है। उपमुख्य चिकित्साधिकारी डॉ ए के सिंघल ने बुधवार (5 फरवरी, 2020) को बताया कि उतरौला कस्बे के गांधी नगर मोहल्ला निवासी 28 वर्षीय जमालुद्दीन में कोरोना वायरस के संभावित लक्षण नजर आने के बाद उसे जिला चिकित्सालय के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। उन्होंने बताया कि युवक चीन में मेडिकल की पढाई कर रहा है और करीब 15 दिन पहले उतरौला लौटा है। डॉ सिंघल ने बताया कि उसके रक्त और स्वाब का नमूना लेकर जांच के लिए लखनऊ के किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय भेजा जा रहा है।
इसी तरह चीन से हाल ही में लौटे दो वर्षीय बालक समेत दो मरीजों को कोरोना वायरस संक्रमण के संदेह में बुधवार सुबह यहां एक सरकारी अस्पताल में भर्ती किया गया। महाराजा यशवंतराव होलकर चिकित्सालय के अधीक्षक पीएस ठाकुर ने बताया कि 19 साल के एक युवक और दो साल के एक बच्चे को अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में निगरानी में रखा गया है। ठाकुर ने बताया, “दोनों मरीज पिछले चार दिन में चीन के अलग-अलग शहरों से लौटे हैं। हमने उन्हें एहतियात के तौर पर अस्पताल में भर्ती किया है। दोनों के रक्त और स्वाब के नमूने कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए पुणे के नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी भेजे गए हैं।”
उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण के संदिग्ध मरीजों में शामिल दो वर्षीय बालक अपने माता-पिता के साथ एक फरवरी को शंघाई से लौटा था। ठाकुर ने कहा, “चूंकि बच्चे के माता-पिता स्वस्थ हैं। इसलिये संबंधित दिशा-निर्देशों के मुताबिक फिलहाल दम्पति के रक्त और स्वाब के नमूने कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिये नहीं भेजे गये हैं।” उन्होंने बताया कि 19 वर्षीय युवक दो फरवरी को चीन के ग्वांगझू से लौटा है।