Coronavirus in India: कोरोना वायरस के संक्रमण फैलने के आरोप में निशाने आए मौलाना साद का एक नया ऑडियो सामने आया है। इमसे उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए उन्होंने खुद को क्वारंटाइन किया है। गुरुवार (2 अप्रैल, 2020) को जारी ऑडियो में मौलाना ने कहा, ‘जहां-जहां भी जमात के लोग ठहरे हुए वो सभी प्रशासन का निर्देशों का पालन करें।’ बता दें कि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए समूचे देश में अभियान तेज करते हुए विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने कोविड-19 के सबसे बड़े हॉटस्पॉट बनकर उभरे दिल्ली के निजामुद्दीन स्थित मरकज में तबलीगी जमात के आयोजन में शिरकत करने वाले 6,000 से ज्यादा लोगों की पहचान की है।

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दरअसल एजेंसियों से चेतावनी के बावजूद निजामुद्दीन पश्चिम स्थित मस्जिद में लगभग 2,000 लोगों की भीड़ ने धार्मिक सभा में भाग लिया। मौलाना साद पर आरोप है कि उन्होंने प्रशासन के निर्देशों को दरकिनार करते हुए इतने बड़े आयोजन को मंजूरी दी है। इस मामले में निजामुद्दीन पुलिस स्टेशन में मौलाना सहित सात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। मौलाना साद 28 मार्च से गायब हैं और पुलिस उनकी तलाश में जुटी है।

बता दें कि दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने उन एजेंसियों को भी नोटिस जारी किया, जिन्होंने सभा के समय शहर में धारा 144 लागू करने के बारे में मस्जिद के प्रबंधन को सूचित किया था। मामले में विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध शाखा) प्रवीर रंजन ने द इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि उन्होंने मौलाना साद कांधलवी सहित सात लोगों पर नामजद एफआईआर दर्ज की है।

उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर एक ऑडियो क्लिप वायरल हो रही है और अब इसे फॉरेंसिक विशेषज्ञों के पास भेजा जा रहा है। हम यह साबित करने के लिए सबूत जुटा रहे हैं कि वे कई एजेंसियों द्वारा चेतावनी दिए जाने के बावजूद धार्मिक सभा का आयोजन किया गया है। दरअसल सोशल मीडिया में मौलना साद की जो कथित ऑडियो वायरल हो रही है, उसमें वो लोगों को कोरोना के जरिए मुस्लिमों को आपस में अलग करने की साजिश बता रहे हैं।

कथित ऑडियो में मौलना साद कहते हैं, ‘वो हमें रोकने और अलग करने की कोशिश कर रहे हैं। वो हमने कह रहे हैं कि एक जगह इकट्ठा ना हों। वो हमें यह कहकर डराने की कोशिश कर रहे हैं कि इस वायरस से हम संक्रमित हो जाएंगे। वो चाहते हैं कि हम एक-दूसरे के पास ना बैठें।’

ऑडियो के मुताबिक मौलाना साद कहते हैं, ‘आज अगर इस बीमारी की वजह से मुसलमान का अकीदा बदल जाता है तो ये बीमारी खत्म हो जाएगी मगर ये अकीदा खत्म नहीं होगा। ये तो मुस्लिमों के बीच आपसी प्यार को खत्म करने के लिए एक प्रोग्राम बनाया गया है। ऐसा नहीं है ये तो प्रोग्राम बनाया गया है। ये मुसलमान को मुसलमान से अलग करने और गैरे की तरह अछूत बनाने के लिए ये बहाना अच्छा है।’ ये पुराना ऑडियो टाइम्स नाऊ ने जारी किया है।