राजीव जैन
राजस्थान में कोरोना की जंग में अब सरकार के साथ लोगों के लिए जयपुर का रामगंज का इलाका मुसीबत बन गया है। रामगंज जैसे ही हालात भीलवाड़ा के थे पर वहां के लोगों ने प्रशासन का साथ देते हुए हालात को संभाल लिए। देश भर में अब भीलवाड़ा के मॉडल हो अन्य जिलों में अपनाए जाने पर विचार चल रहा है। जयपुर के रामगंज इलाके में ओमान से आए एक युवक ने एकांतवास के सूत्र की अनदेखी कर डाली और हालात अब विस्फोटक हो चुके हैं। जयपुर शहर के अंदरूनी इलाके में हफ्ते भर से कर्फ्यू लगा है पर कोरोना मरीजों के मिलने का सिलसिला थम नहीं रहा है।
जयपुर में कोरोना के सोमवार दोपहर तक 94 मरीज थे, इनमें से अकेले रामगंज इलाके के 74 है। इस इलाके से रविवार को तो एक ही दिन में एक साथ 39 मरीज सामने आए। इलाके के करीब दो हजार से ज्यादा लोगों को एकांतवास में रखा गया है।
प्रदेश के अतिरिक्त मुख्य सचिव रोहित कुमार सिंह का कहना है कि हमारे लिए अब रामगंज चुनौती बना हुआ है। इस इलाके में सर्वे के लिए 250 मेडिकल टीमें लगी हुई हैं। इसके अलावा सोमवार को 100 टीमें और लगा कर सर्वे का काम तेजी से किया जा रहा है। रामगंज इलाका घनी आबादी से घिरा हुआ होने से ही संक्रमण का खतरा बना हुआ है। इलाके के 10 हजार परिवारों की जांच हो चुकी है। कर्फ्यू लगा होने से पूरे इलाके में सन्नाटा पसरा हुआ है और सर्वे के लिए आ रही टीमों की मदद के लिए लोग अपने घरों के दरवाजे भी नहीं खोल रहे है। इसके लिए अब सामाजिक और धार्मिक नेताओं की मदद ली जा रही है।
रोहित सिंह का कहना है कि चिकित्सा और स्वास्थ्य विभाग ने भीलवाड़ा के हालात को सख्ती से हल किया और नतीजा अब सामने है। भीलवाड़ा में आधे से ज्यादा कोरोना मरीज ठीक होकर घर जा चुके हैं। भीलवाड़ा में 3 अप्रैल से 13 अप्रैल तक का कर्फ्यू लगा हुआ है। केंद्रीय कैबिनेट सचिव ने हाल में जिला कलेक्टरों से जो फीडबैक लिया उसमें भीलवाड़ा में अपनाए गए फार्मूले की तारीफ भी की। उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव डीबी गुप्ता को संकेत दिया कि भीलवाडा मॉडल को देश के अन्य संकटग्रस्त जिलों में भी अपनाया जाएगा। राज्य के 33 में से 22 जिलों में कोरोना मरीज सामने आए हैं। प्रदेश में सोमवार तक 274 मरीज अस्पतालों में भर्ती है।
इनमें सबसे ज्यादा 94 मरीज जयपुर में हैं। जोधपुर में 53 मरीज हैं, इनमें ईरान से विमान से लाए गए 33 मरीज भी शामिल हैं। प्रदेश में सबसे पहले कोरोना जोन बने भीलवाड़ा में 27 मरीज हैं। चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का कहना है कि प्रदेश में हालात काबू में है। जयपुर के रामगंज इलाके में हालात चिंताजनक बने हुए हैं। ्रदेश में कोरोना से अब तक 6 लोगों की मौत भी हो चुकी है। इन मौतों में तात्कालिक कारण कोरोना को माना जा सकता है पर इन सभी में कई गंभीर बीमारियां पहले से भी थी। केरल के बाद राजस्थान ऐसा दूसरा प्रदेश है जहां सबसे ज्यादा कोरोना परीक्षण किए गए हैं। प्रदेश में 9 हजार से ज्यादा कोरोना टेस्ट हुए हैं।
उन्होंने बताया कि प्रदेश में रैपिड टेस्टिंग किटस कोविड-19 को मंजूरी दे दी गई है। इससे शुरुआती परीक्षण का काम शुरू किया जाएगा। इससे संदिग्ध मरीजों की जांच भी 20 फीसद तक बढ़ जाएगी।