भारत सरकार ने कहा है कि इस साल के आखिरी तक देश में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को कोरोना का टीका लग जाएगा। इसके लिए अब तक हो रहे वैक्सिनेशन को 5 गुना तेज करना पड़ेगा। वहीं उत्तर प्रदेश में इस टारगेट को पाने के लिए टीकाकरण को 9 गुना बढ़ाना होगा। जनसंख्या के हिसाब से बिहार में भी टीकाकरण की हालत ख़राब है। इसे 8 गुना तेजी लानी होगी।

आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में बीते पांच महीने में 12 फीसदी से भी कम लोगों को वैक्सीन लगाई गई है। वहीं दूसरी डोज लेने वालों की संख्या कुल जनसंख्या की मात्र 2.5 फीसदी है। अभी एक दिन में 1.4 लाख लोगों को टीका लगता है। इसे बढ़ाकर जब एक दिन में 13.2 लोगों को टीका लगना शुरू होगा तभी दिसंबर के आखिरी तक केंद्र का टारगेट पूरा हो सकेगा।

वहीं बिहार की बात करें तो 12.6 फीसदी आबादी को कोरोना वैक्सीन का पहला डोज दिया गया है। दूसरा डोज लेने वाले लोग केवल 2.5 फीसदी हैं। जनसंख्या के हिसाब से टारगेट हासिल करने के लिए वैक्सिनेशन की रफ्तार 6 गुनी बढ़ानी होगी। यानी एक दिन में 6.6 लाख लोगों को वैक्सिनेट करना होगा। अभी यहां 78 हजार लोगों को ही एक दिन में टीका लग पाता है।

इन बड़े राज्यों में टीकाकरण का हाल (percentage of vaccination in big states)

राज्यपहली डोज %दूसरी डोज %औसतन रोज टीकाकरण (लाख)कितने की ज़रूरत (लाख)
भारत20.2516.5179.71
उत्तर प्रदेश22.62.51.4513.24
बिहार12.62.50.786.56
तमिलनाडु13.83.60.715.10
पश्चिम बंगाल17.25.51.156.22

दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश में 38.1 प्रतिशत अडल्ट पॉपुलेशन को पहली डोज मिल चुकी है। 7.9 फीसदी को दूसरी डोज भी दी जा चुकी है। हिमाचल को भी रोज लगने वाली डोज को 18 हजार से बढ़ाकर 41 हजार करना होगा। वहीं केरल को भी 2.8 गुना वैक्सिनेशन को तेज करने की जरूरत है।

देश के छह राज्य जिनमें सबसे ज्यादा जनसंख्या है, उन्हें अपने प्रयास तेज करने होंगे। इसमें उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु और मध्य प्रदेश शामिल हैं। महाराष्ट्र में यूपी के बाद सबसे ज्यादा युवाओं की जनसंख्या है।

वैक्सिनेशन की रफ्तार के हिसाब से मिलेगा टीका
केंद्र सरकार ने नई गाइडलाइन में यह भी कहा है कि वैक्सीन की मात्रा राज्य की आबादी और वैक्सिनेशन की रफ्तार पर निर्भर करेगी। जिन राज्यों में वैक्सीन की बर्बादी कम होगी, उन्हें इनसेंटिव भी दिया जाएगा। नीति आयोग की तरफ से कहा गया कि वैक्सीन की सप्लाई की जानकारी राज्यों को एडवांस में दे दी जाएगी ताकि वे अच्ची तरह प्लानिंग कर सकें।