आजतक के प्रोग्राम में उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत से सवाल किया गया कि उनके पहले के सीएम नहीं चाहते थे कि कुंभ का आयोजन किया जाए। इस पर तीरथ सिंह का कहना था कि उनके लिए हर रोज आपदा का दिन होता है। ऐसे में कुंभ का आयोजन कोई बड़ी बात नहीं है।
सीधी बात में एंकर प्रभु चावला ने अखबारों में छपी उन खबरों की तरफ तीरथ सिंह का ध्यान आकृष्ट कराया जिसमें कहा गया था कि उनके पहले के सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत को इसी वजह से कुर्सी से हटा दिया गया। वो नहीं चाहते थे कि इतने बड़े पैमाने पर कुंभ का आयोजन हो। तीरथ सिंह का कहना था कि उन्हें इसकी जानकारी नहीं है कि त्रिवेंद्र रावत को किस वजह से सीएम पद से हटाया गया।
एंकर का सवाल था कि आरएसएस चाहता था कि कुंभ का आयोजन बड़े स्तर पर हो। इसी वजह से इसका आयोजन कराया गया। अब जबकि बड़े पैमाने पर कोरोना के केस बड़ रहे हैं तो माना जा रहा है कि कुंभ की वजह से ही कोरोना भी तेजी से बढ़ा। तीरथ सिंह का कहना था कि वो नहीं मानते कि कुंभ से कोरोना फैला। उनका कहना था कि हमारे यहां रोज ही कोई न कोई आपदा होती है। कभी बादल फट जाते हैं तो कभी दूसरी घटनाएं होती हैं।
हालांकि, कुंभ के आयोजन के सवाल से वो बचते दिखे। एंकर ने उन्हें फिर से ध्यान दिलाया कि उन्होंने जवाब नहीं दिया। एंकर का ये भी कहना था कि चार धाम की यात्रा पर भी तब रोक लगाई गई जब कोर्ट ने उन्हें फटकार लगाई। तीरथ सिंह का कहना था कि जब वो सीएम बने तब कुंभ की बहुत सी तैयारियां हो चुकी थीं। उसके बाद वो सवालों का जवाब देने की बजाए पीएम मोदी के कसीदे पढ़ने लगे।
उनका कहना था कि देवभूमि पर पीएम की विशेष कृपा दृष्टि है। हालांकि,वो प्रोग्राम के आखिर तक ये नहीं बता सके कि कुंभ को रोका क्यों नहीं गया। जबकि वैश्विक स्तर पर भी लगातार चेतावनी दी जा रही थी कि कोरोना की दूसरी लहर जानलेवा साबित हो सकती है। एंकर ने उन्हें कुंभ आयोजित कराने के लिए कई बार आड़े हाथ भी लिया। अलबत्ता रावत सवालों से बचते दिखे।