Train Accident Coromandel Express: शुक्रवार शाम ओडिशा के बालासोर में तीन ट्रेनों के टकराने की वजह से भयंकर हादसा हो गया है। यह हादसा शाम करीब 7 बजे बालासोर के बहानगा रेलवे स्टेशन के पास हुआ। एएनआई की खबर के मुताबिक “ओडिशा के बालासोर में भयानक ट्रेन दुर्घटना में 900 यात्री घायल हुए।” दक्षिण पूर्व रेलवे से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक 238 लोगों की मृत्यु हुई है। देर रात ओडिशा के मुख्य सचिव प्रदीप जेना ने इसकी पुष्टि की। इस हादसे के बाद शनिवार 3 जून को होने वाला मुंबई-गोवा वंदे भारत एक्सप्रेस का उद्घाटन कैंसिल कर दिया गया है।

केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान रात में ही घटनास्थल के लिए रवाना हुए

ओडिशा के बालासोर जिले में हुए रेल हादसे के बाद केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान शुक्रवार रात को बालासोर रवाना हो गए। प्रधान ने ट्वीट किया, ‘‘रेल हादसे के मृतकों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। 

कौन-कौन सी ट्रेन टकराईं?

सबसे पहले बहानगा रेलवे स्टेशन के पास 12841 शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस मालगाड़ी से टकराई, जिस वजह से इसके डिब्बे पटरी से उतरकर दूसरे ट्रैक पर जा गिरे। इसके बाद हावड़ा जा रही 12864 बेंगलुरु-हावड़ा सुपरफास्ट एक्सप्रेस इन डिब्बों पर चढ़ गई और इसके भी तीन-चार कोच पटरी से उतर गए। रेलवे के प्रवक्ता अमिताभ शर्मा ने बताया कि शाम करीब 7 बजे शालीमार – चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस बालेश्वर के पास पटरी से उतर गई और उसके डिब्बे दूसरे ट्रैक पर पटरी से उतर गए। कुछ देर बाद यशवंतपुर से हावड़ा जा रही दूसरी ट्रेन पटरी से उतरे हुए डिब्बों पर चढ़ गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, करीब 50 लोगों को बालासोर मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया गया है। हादसे में घायल 300 से ज्यादा यात्रियों को पास के विभिन्न CHCs में भेजा गया है। घटनास्थल पर NDRF की टीमें रेस्क्यू में जुटी हुई है। स्थानीय लोग भी ट्रेन से यात्रियों को रेस्क्यू करने में मदद कर रहे हैं।

स्पेशल रिलीफ कमिश्नर ऑफिस की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, बालासोर के कलेक्टर को घटनास्थल पर पहुंचने और जरूरी इंतजाम करने के निर्देश दिए गए हैं। घटना स्थल पर सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के लिए कई टीम भी रवाना कर दी गई हैं।

रेलवे ने किया आर्थिक मदद का ऐलान

रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा हादसे में जान गंवाने वाले यात्रियों के परिजनों के लिए आर्थिक मदद का ऐलान किया गया है। उन्होंने कहा कि हादसे में मारे गए यात्रियों के परिवार को 10 लाख रुपये की मदद की जाएगी। गंभीर रूप से घायल लोगों को 2 लाख रुपये की मदद और जिन लोगों को मामूली चोट लगी है, उन्हें 50 हजार रुपये की मदद की जाएगी।

मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने भी इस हादसे पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने बताया है कि कल सुबह वे हादसे वाली जगह पर जाने वाले हैं और स्थिति का जायजा लेंगे। अभी के लिए इस हादसे से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी परेशान हैं और उन्होंने रेल मंत्री से इस सिलसिले में बात की है। उन्होंने इस एक्सीडेंट को लेकर अपनी संवेदनाएं प्रकट की हैं।

प्रशासन ने जारी किया कंट्रोल रूम का नंबर- कोरोमंडल एक्सप्रेस (Shalimar-Chennai Coromandel Express 12841) के हादसे का शिकार होने के बाद इस रूट पर यातायात बधित हो गया है। फिलहाल सभी ट्रेन को रोक दिया गया है। हादसे की जानकारी के लिए प्रशासन ने इमरजेंसी कंट्रोल रूम का नंबर 6782262286 जारी किया है।

NDRF की तीन टीमों को घटना स्थल पर भेजा गया

ओडिशा के अतिरिक्त मुख्य सचिव और विकास आयुक्त ने बताया कि स्पेशल रिलीफ कमिश्नर (SRC) ओडिशा के साथ वरिष्ठ अधिकारियों हेमंत शर्मा, बलवंत सिंह, अरविंद अग्रवाल, डीजी फायर सर्विसेज के साथ बहनागा में ट्रेन दुर्घटना में व्यवस्था की निगरानी के लिए मौके पर भेजा गया है। बालासोर के आसपास सभी मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों को अलर्ट कर दिया गया है। SCBMC को अलर्ट किया गया है।

Coromandel Express Helpline Number

हवाड़ा- 033- 2638227
खड़गपुर- 8972073925, 9332392339
बालासोर- 8249591559, 7978418322, 8585039521
शालीमार – 9903370746
Santragachi- 8109289460, 8340649469

ममता ने जताया दुख

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ट्वीट कर कहा कि यह जानकर हैरानी हुई कि पश्चिम बंगाल से यात्रियों को ले जा रही शालीमार-कोरोमंडल एक्सप्रेस आज शाम बालासोर के पास एक मालगाड़ी से टकरा गई और बाहर जाने वाले हमारे कुछ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।

उन्होंने कहा कि हम अपने लोगों की भलाई के लिए ओडिशा सरकार और दक्षिण पूर्व रेलवे के साथ समन्वय कर रहे हैं। हमारे आपातकालीन नियंत्रण कक्ष को तुरंत 033- 22143526 / 22535185 नंबर के साथ एक्टिव कर दिया गया है। रेस्क्यू के लिए सभी प्रयास शुरू किए गए।

ममता बनर्जी ने आगे कहा कि हम ओडिशा सरकार और रेलवे अधिकारियों के साथ सहयोग करने और बचाव कार्यों में सहायता के लिए 5-6 सदस्यों की एक टीम मौके पर भेज रहे हैं। मैं मुख्य सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ व्यक्तिगत रूप से लगातार स्थिति की निगरानी कर रही हूं।