एक्टर ओम पुरी ने बुधवार को कहा कि आमिर खान को माफी मांगनी चाहिए। एक टीवी चैनल से 65 साल के पुरी ने कहा, ‘आमिर को अपने कहे के लिए माफी मांगनी चाहिए। अगर किसी आम इंसान ने ऐसी बात की होती तो उसे गिरफ्तार कर लिया जाता। आप लोगों को एक-दूसरे के प्रति भड़काने की कोशिश कर रहे हैं।’ उधर, शिवसेना ने भी आमिर खान पर निशाना साधा है। पार्टी ने खान पर ‘बगावती और देशद्रोही भाषा’ इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। साथ ही, सवाल किया है कि बॉलीवुड के खान बताएं कि उनके साथ क्या गलत हुआ है? पार्टी ने अपने मुखपत्र ‘सामना’ में आमिर के लिए लिखा है, ‘रणछोड़दास बताएं कि वह किस देश में रहना चाहते हैं?’ साथ ही कहा है, वह जहां भी जाएं लेकिन इस देश ने उन्हें जो मान-सम्मान दिया है उसे यहीं छोड़ जाएं।
सेना ने लिखा है- यह केवल आमिर ही बता सकते हैं कि वह देश छोड़ कर क्यों जाना चाहते हैं और उन्होंने अपनी पत्नी की बात को इतनी गंभीरता से क्यों ले लिया। जो भारत को अपना मानते ही नहीं, उन्हें देशभक्ति और ‘सत्यमेव जयते’ (आमिर का लोकप्रिय टीवी शो) की बात नहीं करनी चाहिए। शिवसेना ने यह तंज भी कसा है कि हिंदू देवताओं का मजाक उड़ाने वाली फिल्म ‘पीके’ से अरबों की कमाई कर ली। क्या इसीलिए यह देश असहिष्णु है।
क्यों साधा निशाना: ओम पुरी और शिवसेना ने असहिष्णुता पर दिए गए बयान के लिए आमिर खान पर निशाना साधा है। आमिर ने सोमवार शाम रामनाथ गोयनका एक्सीलेंस इन जर्नलिज्म अवॉर्ड फंक्शन में कहा था कि देश में छह-आठ महीने में माहौल ज्यादा खराब हुआ है। असुरक्षा का माहौल बढ़ा है। उन्होंने कहा कि अपने बच्चों की सुरक्षा को लेकर चिंता के मारे उनकी पत्नी किरण राव ने एक बार उनके सामने सवाल रखा कि क्या हमें भारत छोड़ कर कहीं और बसना चाहिए? आमिर ने असहिष्णुता बढ़ने का विरोध करते हुए लेखकों, साहित्यकारों, फिल्मकारों आदि के द्वारा अवॉर्ड लौटाए जाने को भी सही बताया था।
आमिर खान पर अनुपम खेर और ऋषि कपूर ने भी मंगलवार को निशाना साधा था। दोनों ने देश छोड़ने संबंधी बात कहने के लिए उनकी तीखी आलोचना की थी। हालांकि, ए.आर. रहमान ने इस बारे में पूछे जाने पर बस इतना कहा- मुझे इस पचड़े में न ही घसीटें तो अच्छा।