पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी को लेकर मौलाना तौकीर रजा का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि लोगों में गुस्सा और बेचैनी है। नुपूर शर्मा के बयान के बाद अरब देशों की प्रतिक्रिया को लेकर उन्होंने कहा कुछ लोगों की गलतियों की वजह से देश को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि दूसरे देशों की बातों पर हमारा देश अमल कर रहा है लेकिन अपने लोगों की बात नहीं सुनी जा रही।

तौकीर रजा 10 जून को एक प्रोग्राम करने जा रहे हैं, जिसमें बड़ी संख्या में लोग हिस्सा लेने वाले हैं। इस प्रोग्राम के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि 10 तारीख को नमाज के बाद कार्यक्रम होगा, जिसमें, 2.50 से 3 लाख लोग शामिल होंगे।” उन्होंने कहा कि यह प्रोग्राम सिर्फ प्रदर्शन करने या किसी को सताने, डराने, धमकाने या जिला पुलिस को परेशान करने के लिए नहीं, बल्कि देश के हित में अपने गुस्से का इजहार करने के लिए है। प्रोग्राम शांतिपूर्वक होना है।

उन्होंने कहा कि लोगों में गुस्सा और बेचैनी है। गुस्सा सबसे ज्यादा इस बात पर है कि हमारा देश अपने घरवालों की बात ना सुनकर दूसरे देशों के दबाव में आकर गैरों की बात सुनकर अमल कर रहा है लेकिन घरवालों की बात सुनने को तैयार नहीं है।

उन्होंने कहा कि इस बात का अफसोस है कि भारत को दुनिया के सामने बदनाम किया जा रहा है और इस देश से मोहब्बत करने वाले लोगों को इस बात से तकलीफ महसूस हो रही है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की गलती और कुछ गलत पोलिसी की वजह से देश को दुनिया के सामने शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है।

तौकीर रजा ने कहा, “जो लड़ाई है वो अस्था की लड़ाई है। हमारी आस्थाओं को कोई दूसरा ठेस ना पहुंचाए। उसी तरह हमारी और मुसलमानों की भी जिम्मेदारी है कि हमारे किसी कॉल या फेल की वजह से किसी की आस्था को ठेस ना पहुंचे।

उन्होंने कहा कि 10 तारीख को गंगा स्नान है, जो बहुत बड़ा त्योहार है। इसमें काफी भीड़ होती है और छोटे-छोटे बच्चे एवं औरतें ज्यादा शामिल होते हैं तो ऐसी स्थिति में हमारे 2-2.5 लाख लोगों का सडकों पर निकलना मुनासिब नहीं है।