कांग्रेस उत्‍तर प्रदेश में खोई जमीन वापस पाने के लिए जी-जान से जुट गई है। सालों पहले बसपा के हाथों अपना दलित वोट बैंक खो चुकी यह पार्टी उनका वोट जीतने के लिए अभी से मशक्‍कत कर रही है। कांग्रेस ने 84 विधानसभा क्षेत्रों में 400 दलित नेताओं का नेटवर्क तैयार किया है। ये ऐसे नेता हैं जो कम से कम दो-तीन साल से कांग्रेस की विचारधारा से जुड़े थे और पार्टी को इनमें थोड़ा प्रशिक्षण देने के बाद नेता बनने की संभावना दिखी। इन्‍हें जिला स्‍तर पर पद भी दिए गए हैं। इनमें से कई नेताओं को विधानसभा चुनाव में टिकट दिया जाएगा। इन्‍हें चार पहलुओं पर ट्रेनिंग दी गई है। दलितों से जुड़े कानून, अधिकार के बारे में जानकारी दी गई है। यह भी बताया गया है कि कांग्रेस ने दलितों के विकास के लिए क्‍या किया है। अब इन नेताओं को अगले महीने लखनऊ बुलाया जाएगा। यहां उन्‍हें राहुल गांधी, सुशील कुमार शिंदे, ऑस्‍कर फर्नांडिस, मीरा कुमार और अशोक तंवर जैसे नेता संबोधित करेंगे।

यूपी की आरक्षित सीटों पर की जा रही यह कवायद आगे चल कर पंजाब, मध्‍य प्रदेश और राजस्‍थान में भी दोहराए जाने की योजना है। कांग्रेस ने इस पहल को ‘लीडरशिप डेवलपमेंट मिशन इन रिजर्व्‍ड कॉन्‍सटीट्वेंसीज’ (एलडीएमआरसी) नाम दिया है। बताया जाता है कि यह पहल कांग्रेस उपाध्‍यक्ष राहुल गांधी और पार्टी की एससी सेल के अध्‍यक्ष के. राजू के दिमाग की उपज है।

कांग्रेस ने इसके लिए जो टीम तैयार की है उसमें पार्टी के कोऑर्डिनेटर शांतनु शुक्‍ला भी हैं। शुक्‍ला हार्वर्ड केनेडी स्‍कूल से पब्लिक एडमिनिस्‍ट्रेशन की डिग्री ले चुके हैं और कारोबारी हैं। वह एयरफोर्स में भी रह चुके हैं। टीम में उनके अलावा रिटायर्ड आईएएस ओम प्रकाश और भगवती चौधरी भी हैं। ओम प्रकाश को ‘एट्रोसिटीज कोऑर्डिनेटर’ बनाया गया है, जबकि भगवती चौधरी राज्‍य कांग्रेस के एससी सेल के प्रमुख हैं। ओम प्रकाश का कहना है कि पिछले कुछ महीनों में उनकी टीम दलितों के खिलाफ उत्‍पीड़न के 33 मामलों में सक्रिय हुई है। एफआईआर दर्ज करवाई है, विरोध प्रदर्शन किए हैं और जरूरी होने पर रिटायर्ड आईएएस अफसर से अधिकारियों को फोन भी करवाए हैं।

के. राजू के मुताबिक, ‘ऐसा महसूस किया गया कि आरक्षित सीटों पर बिना ठोस योजना के ही उम्‍मीदवार उतार दिए जाते हैं। इसलिए हमने इन सीटों पर चुनाव लड़ने व जीतने लायक उम्‍मीदवार तैयार करने के लिए इस योजना की शुरुआत की। यहां यह योजना सही चल रही है। इसलिए हम इसे पंजाब में और इसके बाद मध्‍य प्रदेश और राजस्‍थान में भी लागू करेंगे।’ कांग्रेस ने हाल ही में यूपी में भीम ज्‍योति यात्रा का पहला चरण पूरा किया है। वह 200 और दलित नेता तैयार करना चाहती है। भगवती चौधरी कहते हैं, ‘इस लीडरशिप मिशन के जरिए हमें उम्‍मीद है कि पार्टी को उम्‍मीदवार चुनने के लिए अंतिम घड़ी में जल्‍दबाजी में नाम नहीं तलाशने होंगे।’