राजस्थान कांग्रेस ने प्रदेश भाजपा दफ्तर में होने वाली जनसुनवाई को जनता को भ्रमित करने वाली करार दिया है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने इस जनसुनवाई को भाजपा का ढोंग कहा है। कांग्रेस ने सरकार की भामाशाह योजना पर भी निशाना साधा है। प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट ने यहां कहा कि भाजपा के प्रदेश मुख्यालय में होने वाली कार्यकर्ताओं की जनसुनवाई जनता की परेशानी का सबब बन गई है।
भाजपा सरकार मंत्रियों की तरफ से की जाने वाली जनसुनवाई से आम जनता गुमराह हो रही है। जनता भाजपा सरकार की वादाखिलाफी से दो साल से परेशान है। प्रदेश के दूरदराज के इलाकों से आम आदमी अपनी परेशानियों को लेकर भाजपा दफ्तर आते हैं। उनका जनसुनवाई में कोई समाधान नहीं होता है। सरकार आम आदमी को परेशानियों से राहत देने में नाकाम साबित हुई है। भाजपा दफ्तर में बैठ कर मंत्री अपनी विफलताओं का ठीकरा विपक्ष पर फोड़ने का काम कर रहे हैं।
प्रदेश की समस्याओं के समाधान के लिए सरकार के पास कोई कार्ययोजना नहीं है। इसलिए प्रदेश के भाजपा मंत्री अपनी नाकामियों के लिए पांच साल के जनादेश को कम बता रहे हैं। इसके जरिये मंत्री अपने निर्धारित कार्यकाल में काम करने की सच्चाई को झुठलाने में लगे हैं। पायलट का कहना है कि सभी को पांच साल का जनादेश मिलता है और इसी में निर्वाचित सरकार को जनता की कसौटी पर खरा उतरने का मौका मिलता है।
प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष डाक्टर अर्चना शर्मा ने सरकार की भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना को जनता के जी का जंजाल और दुविधा वाला करार दिया है। उनका कहना है कि सरकार के बडेÞ-बड़े दावों के बावजूद यह योजना धरातल पर वास्तविक नतीजे देने में असफल साबित हुई है। सरकार ने दावा किया था कि योजना के तहत एक सीमा तक लोगों को मुफ्त इलाज मुहैया कराया जाएगा, पर ऐसा नहीं हो रहा है।
सरकार ने इस योजना के तहत सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में कार्ड धारकों को मुफ्त इलाज की घोषणा की थी। हालांकि बीमा कंपनी के भुगतान नहीं करने के कारण सरकारी और प्राइवेट अस्पताल कार्ड धारकों का इलाज नहीं कर रहे हैं। सरकार बीमा कंपनी को भुगतान की बात कर रही है, पर हकीकत में ऐसा नहीं होने से गरीब मरीजों को परेशानी उठानी पड़ रही है। सरकारी लापरवाही के कारण आम आदमी को योजना से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।