कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ के एक न्यूज चैनल के लाइव डिबेट कार्यक्रम में बीजेपी के हरफनमौला प्रवक्ता संबित पात्रा को शर्मिंदा करने के बाद वह इन दिनों चर्चा में हैं। उन्होंने पात्रा से ‘पांच ट्रिलियन में कितने जीरो होते हैं’ ये पूछा था जिसका उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद भरे मंच पर बीजेपी प्रवक्ता को शर्मिंदा होना पड़ा। पात्रा के चुप्पी साधने के बाद उन्होंने बताया कि एक ट्रिलयन में 12 जीरो होते हैं। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल है। लेकिन इस डिबेट के बाद गौरव वल्लभ सुर्खियों में हैं।

42 वर्षीय गौरव वल्लभ जमशेदपुर स्थित एक्सएलआरआई मैंनेजमेंट इंस्टीट्यूट में फाइनेंस के प्रोफेसर रह चुके हैं। एकेडमीक से जुड़े कांग्रेस प्रवक्ता क्रेडिट रिस्क एस्सेमेंट में डॉक्टरेट हैं। यही नहीं वह 50 इंटरनेशनल पब्लिकेशन्स के लेखक भी रह चुके हैं। इसके अलावा वह रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक से भी जुड़े रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता सीए इंस्टीट्यूट दिल्ली के डायरेक्टर पद भी रह चुके हैं।

वल्लभ ने ‘द प्रिंट’ को बताया कि ‘मैंने अपने रिसर्च पेपर्स हावर्ड यूनिवर्सिटी में प्रस्तुत किए हैं। और इस  सिलसिले में मैं 20 देशों में यात्रा कर चुका हूं। मैं अपने खाली समय में लिखना और पढ़ना पसंद करता हूं।’ वह जनवरी में कांग्रेस की ओर से नियुक्त किए गए 10 चुनंदिा प्रवक्ताओं में से एक थे। वल्लभ ने 2018 में कांग्रेस ज्वॉइन की थी। कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला की नजर उनपर पड़ी और उन्होंने ही वल्लभ का नाम आगे बढ़ाया। इससे पहले जब भी मुझसे अर्थव्यवस्था और वित्तीय मामलों पर इनपुट्स की मांग की जाती थी तो मैं अनौपचारिक रूप से पार्टी को मुहैया कर देता था। इस वजह से सुरजेवाला और मेरे बीच जान-पहचान हुई।

उन्हें पार्टी के भीतर कम ही लोग जानते थे लेकिन इस डिबेट के बाद पार्टी के भीतर उनकी एक अलग पहचान बनी है। हालांकि वह एक तेज-तर्रार और किसी भी मुद्दे पर जल्द से जल्द अपनी बात रखने के कौशल के लिए जान जाते हैं। वह फैक्ट्स के साथ किसी भी विषय पर जवाब देकर अपनी इसी विशेषज्ञता से सभी को आकर्षित करते हैं। वल्लभ प्रति दिन तीन घंटे पूजा-पाठ करते हैं। वह न तो प्याज खाते हैं और न ही लहसून। इसके साथ ही वह यह भी मानते हैं कि वह जो भी धार्मिक गतिविधियां करते हैं वह उनकी निजी हैं।

वल्लभ ने द प्रिंट से बातचीत में कहा ‘अगर मैं लहसून और प्याज नहीं खाता तो इसका मतलब यह नहीं कि आप भी इसे न खाएं।’ बता दें कि यह पहला मौका नहीं है जब बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा और गौरव वल्लभ के बीच डिबेट हुई हो। इससे पहले भी वह कई मौकों पर एक दूसरे के खिलाफ वाद-विवाद कर चुके हैं। पिछले साल डिबेट के दौरान कांग्रेस प्रवक्ता ने पात्रा से ‘राम चरित्र मानस’ के कुछ छंद सुनाने के लिए कहा था तो तब भी पात्रा ने चुप्पी साध ली थी। जबिक कांग्रेस प्रवक्ता ने उसी समय कई छंद सुना दिए थे।