पेगासस का मामला दिन-ब-दिन गरमाता जा रहा है। संसद से लेकर सड़क तक इस विषय पर चर्चा हो रही है। टीवी डिबेट में भी नेताओं के बीच जमकर बयानबाजी देखने को मिल रही है। न्यूज 18 की लाइव डिबेट में भी पेगासस को लेकर बीजेपी और कांग्रेस प्रवक्ता के बीच तीखी झड़प देखने को मिली। कांग्रेस प्रवक्ता चरण सिंह सापरा ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा कि इन्होंने जासूसी अपने पूर्वजों से सीखी है। कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि पहले इनके पूर्वज अंग्रेजों के इशारों पर कांग्रेस के नेताओं की जासूसी किया करते थे।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा कि बीजेपी ने जासूसी के कामों में महारत हासिल कर ली है। उन्होंने एजेंट विनोद और दो जासूस जैसी फिल्मों के नाम गिनवाते हुए कहा कि इन फिल्मों के नाम बीजेपी पर बिल्कुल फिट बैठते हैं। चरण सिंह सापरा ने कहा कि चोर चोरी से जा सकता है लेकिन हेराफेरी से नहीं, इसलिए पेगासस जैसे मामलों की जांच कराना जरूरी है।
BJP ने जासूसी अपने पूर्वजों से सीखी है – चरण सिंह सापरा (कांग्रेस)#AarPaar @Charanssapra @AMISHDEVGAN pic.twitter.com/rKQLFehAy0
— News18 India (@News18India) July 22, 2021
चरण सिंह सापरा के वार पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया ने उनकी भाषा पर आपत्ति दर्ज कराई। उन्होंने कहा कि संसद से लेकर टीवी डिबेट तक जब आपके तथ्यों में धार नहीं होती है, जब आपके पास ईमानदारी की ताकत नहीं होती है तो आप इसी तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं। उन्होंने कांग्रेस से सवाल पूछते हुए कहा कि आप बताइए कि नंगा कौन है, जिसने 21 लाख की निजी धन राशि भी कर्मचारियों की बेटियों की पढ़ाई के लिए दान कर दी या जिसने देश को लूटा, घोटाले किए।
गौरव भाटिया ने कहा कि कांग्रेस परिवार ने देश को लूटा है, हर वक्त घोटाले किए हैं। टूजी, कोलगेट जैसे घोटालों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि जो परिवार का सदस्य आया, उसने जनता को भ्रष्टाचार करके देश को लूटा।
गौरव भाटिया ने पूछा- नंगा कौन है जिसने 21 लाख की निजी धन राशि भी कर्मचारियों की बेटियों की पढ़ाई के लिए दान कर दी या जिसने देश को लूटा, घोटाले किए? #आर_पार #KisanSansad #FarmersProtest #KisanAndolan @AMISHDEVGAN @gauravbh pic.twitter.com/5SsaMo02We
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पेगासस मामले की गूंज मानसून सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों में सुनाई दे रही है। विपक्ष के लगातार हमलावर रुख के कारण मानसून सत्र का चौथा दिन भी हंगामें की भेंट चढ़ चुका है।