Himanta Biswa Sarma Lungi Remark: असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा ने देश की राजनीति में सबसे बड़े मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस पर जोरदार हमला किया है। सीएम सरमा ने सोमवार को धेमाजी में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा, “अब समय आ गया है कि कांग्रेस को अपना चुनाव चिन्ह हाथ से बदलकर लुंगी रख लेना चाहिए।” वह धेमाजी और तिनसुकिया जिलों में पंचायत चुनाव में एनडीए के उम्मीदवारों के लिए प्रचार कर रहे थे। सीएम हिमंता बिस्वा सरमा कई मौकों पर कांग्रेस पर इस तरह के तीखे हमले करते रहे हैं।
असम में दो चरणों में- 2 मई और 7 मई को पंचायत चुनाव होंगे। मतों की गिनती 11 मई को होगी। इन चुनावों में 90.71 लाख पुरुष मतदाता, 89.65 लाख महिला मतदाता और 408 अन्य मतदाता सहित 1.80 करोड़ से अधिक मतदाता 25007 मतदान केंद्रों पर वोट डालेंगे।
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सीएम सरमा ने कहा, “कांग्रेस से पूछिए, क्या उनके शासन में कॉलेजों में मुफ्त प्रवेश था? नहीं…क्या कक्षा 10 के फॉर्म भरने के लिए शुल्क की आवश्यकता थी? हां…क्या निजुत मोइना योजना, ओरुनोदोई योजना, मुफ्त चावल वितरण, क्या मजबूत तटबंध बनाया गया था, क्या आपके कार्यकाल में धेमाजी मेडिकल कॉलेज, धेमाजी इंजीनियरिंग कॉलेज बनाया गया था? नहीं…लेकिन केवल लुंगी, धोती, धागा और मच्छरदानी थी। इसलिए मैं कांग्रेस के लोगों से कहता हूं कि आपको अपना चुनाव चिन्ह हाथ से बदलकर लुंगी रख लेना चाहिए। क्योंकि कांग्रेस को लुंगी, धोती, धागा और मच्छरदानी के अलावा कुछ नहीं समझ में आता है। कांग्रेस ने हमें लुंगी, धागा और मच्छरदानी के अलावा कुछ नहीं दिया।”
सीएम सरमा ने कहा, “हमारा एजेंडा स्पष्ट है- अपने विकास और कल्याणकारी पहलों को आगे बढ़ाना और हर गांव को एक आदर्श गांव बनाना।” मुख्यमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले 4 सालों में राज्य सरकार ने बिना किसी भ्रष्टाचार के 1.5 लाख सरकारी नौकरियां दी हैं।
सीएम सरमा ने कहा, “अगर मैं हर नौकरी के 1 लाख रुपये लेता, तो मेरे घर में 15,000 करोड़ रुपये जमा हो जाते। लेकिन हम असम के गरीब लोगों के लिए काम कर रहे हैं। हमें पैसे की जरूरत नहीं है और हम पैसे लेने वालों को सजा देंगे। हम किसी को नहीं छोड़ेंगे। हमारे युवाओं को बिना किसी रिश्वत के नौकरी मिलनी चाहिए।”
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बीजेपी अपना चुनाव चिह्न गोडसे की बंदूक रख ले- कांग्रेस
सरमा की टिप्पणी को लेकर असम प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष भूपेन बोरा ने बयान दिया। भूपेन बोरा ने कहा, “क्या बीजेपी यह तय करने जा रही है कि हमारी पार्टी का चुनाव चिन्ह क्या होना चाहिए? यदि वे यह सुझाव देने के लिए स्वतंत्र हैं कि हम अपना चुनाव चिन्ह बदल लें, तो क्यों न हम यह सुझाव दें कि वे अपना चुनाव चिन्ह बदलकर नाथूराम गोडसे द्वारा इस्तेमाल की गई बंदूक रख लें। आरएसएस-जनसंघ-बीजेपी की राजनीति गांधीजी पर चलाई गई तीन गोलियों से शुरू हुई।”
बोरा ने सरमा को याद दिलाया कि वे पहली बार हाथ के चुनाव चिह्न पर ही विधायक बने थे। बोरा ने कहा, जहां तक लुंगी का सवाल है, कांग्रेस इसे अन्य कपड़ों के बराबर ही मानती है।
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