कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश के कुछ राज्यों में उत्पन्न नकदी संकट को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। उन्होंने एक कविता के जरिये मोदी सरकार की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘समझो अब नोटबंदी का फरेब, आपकाा पैसा नीरव मोदी की जेब। मोदीजी की क्या ‘माल्या’ माया, नोटबंदी का आतंक दोबारा छाया। देश के एटीएम सब फिर से खाली, बैंकों की क्या हालत कर डाली।’ इससे पहले राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर बैंकिंग सेक्टर को बर्बाद करने का आरोप लगाया था। राहुल के ट्वीट पर लोगों ने भी तीखी प्रतिक्रिया जताई है। एक शख्स ने लिखा, ‘राहुल जी आप अमेठी से कब से सांसद हैं, जो सांसद फंड आता है वह आप कहां खर्च कर रहे हो। दस साल तक सेंटर में आपकी सरकार थी, आपने अमेठी को कोमा में डाल दिया। क्यों?’ मोहम्मद शाहजादा ने लिखा, ‘कांग्रेस ने आईआईटी, आईआईएम, एम्स, इसरो और डीआरडीओ दिए। भाजपा ने बजरंग दल, हिंदू युवा वाहिनी, विश्व हिंदू परिषद, दुर्गा मुक्ति वाहिनी जैसे संगठन दिए। क्या लगता है ऐसी सोच से देश विश्व गुरु बन सकता है? भाजपा की सोच केवल में आपस में लड़वा कर फूट डालना और सत्ता हासिल करना है।’ एक अन्य व्यक्ति ने लिखा, ‘राजनीति में राहुल गांधी का वही स्थान है जो अखबार में राशिफल का होता है। पढ़ता हर कोई है, लेकिन विश्वास कोई नहीं करता।’
समझो अब नोटबंदी का फरेब
आपका पैसा निरव मोदी की जेबमोदीजी की क्या ‘माल्या’ माया
नोटबंदी का आतंक दोबारा छायादेश के ATM सब फिर से खाली
बैंकों की क्या हालत कर डाली#CashCrunch— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) April 17, 2018
राज्य के कम से कम 10 राज्यों में नकदी की किल्लत की बात सामने आई है। एटीएम में पर्याप्त पैसे नहीं होने के कारण लोगों द्वारा कठिनाइयों का सामना करने की बात भी कही जा रही है। वित्त मंत्री अरुण जेटली ने नकदी की कमी की बात को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि बाजार और बैंकों में नकदी की कोई कमी नहीं है। हालांकि, उन्होंने माना कि अचानक से लोगों द्वारा निकासी करने के कारण नकदी की अस्थायी किल्लत उत्पन्न हो गई है। दूसरी तरफ, देवास स्थित नोट प्रिंटिंग सेंटर से ज्यादा मात्रा में नोटों की छपाई का फैसला करने का फैसला करने की बात भी सामने आई है। इसके लिए वहां तीन शिफ्टों में काम कराने का निर्णय लिया गया है। बता दें कि मध्य प्रदेश के वित्त मंत्री ने नकदी की किल्लत पर 2000 रुपये के नोटों की कालाबाजारी होने का दावा किया था। उच्चाधिकारियों ने नकदी की कमी की फौरी समस्या से निपटने के लिए पड़ोसी राज्यों से नकदी की आपूर्ति करने की भी बात कही है।
