लोकसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर शनिवार को कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने सभी राज्यों के पार्टी प्रमुखों के साथ दिल्ली में बैठक की। इस दौरान राहुल गांधी ने स्पष्ट कर दिया कि कांग्रेस वर्तमान राज्यसभा सांसद, विधायक और उनके परिजनों को लोकसभा चुनाव का टिकट नहीं देने वाली। उन्होंने यह भी बताया कि गठबंधन के फैसलों में वह राज्य इकाई को प्रमुखता देंगे। जैसा कांग्रेस की राज्य इकाई सुझाव देगी उसी के मुताबिक राज्यों में गठबंधन किया जाएगा।
सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस शासित राज्यों के कई मंत्री अपने बेटे एवं बेटियों को लोकसभा का टिकट दिलाने की होड़ में लगे हैं। ऐसे में उन लोगों के लिए कांग्रेस अध्यक्ष का यह कड़ा संदेश माना जा रहा है। हालांकि, कुछ बातों को लेकर अपवाद कि गुंजाइश भी बनी है। बताया जा रहा है कि कुछ लोगों के परिजनों को टिकट देने का फैसला खुद राहुल गांधी करेंगे। चर्चा है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ अपने बेटे नकुल के लिए छिंदवाड़ा से टिकट दिलाने की कोशिश में हैं। दरअसल, मुख्यमंत्री बनने से पहले नाथ इसी सीट से सांसद थे।
सूत्रों का कहना है कि सभी राज्यों से कांग्रेस ने लोकसभा के लिए संभावित उम्मीदवारों की सूची मंगाई है। इसमें हर लोकसभा क्षेत्र से तीन संभावित नाम चयनित करने के लिए कहा गया है। सभी को यह लिस्ट 25 फरवरी तक कांग्रेस हाईकमान तक सौंपने को सौंपना होगा। माना जा रहा है कि कांग्रेस इस महीने के अंत तक उम्मीदवारों के नाम पर फाइनल मुहर लगा सकती है।