कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों बाढ़ प्रभावित केरल के दौरे पर हैं। अपने दौरे के दौरान देखे गए हालातों पर उन्होंने मीडिया के साथ अपने विचार साझा किए। समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने केंद्र सरकार पर अपर्याप्त मदद भेजने का आरोप लगाया। जबकि घोषित की गई मदद को जल्द से जल्द बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाने की अपील की। जल आपदा प्रभावित केरल के कोच्चि में समाचार एजेंसी एएनआई से बातचीत करते हुए राहुल गांधी ने कई बातें कहीं। उन्होंने कहा, ”मैं यहां पर मदद करने के लिए आया हूं। मैं इस स्थिति का राजनीतिकरण करने के लिए यहां नहीं आया हूं।” जब राहुल गांधी से ये सवाल किया गया कि क्या केरल की आपदा मानव निर्मित आपदा है? इस सवाल का जवाब देते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा,” मैं आपदा की प्रकृति पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगा।”

कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर संघ के प्रभाव के बारे में भी अपने भाषण में बात की। उन्होंने कहा, ”देश में दो अलग दृष्टियां हैं। एक केंद्रीयकृत दृष्टि है जबकि दूसरी विकेंद्रीकृत दृष्टि है। एक दृष्टि सिर्फ नागपुर आधारित विचारधारा का ही समर्थन करती है। जबकि दूसरी दृष्टि देश के सभी विभिन्न विचारों, संस्कृतियों और विभिन्न लोगों का समर्थन करती है। दोनों के बीच द्वंद्व जारी है।”

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, मैं कल यहां पर कई कैंप में गया हूं। लोग चिंतित हैं और घबराए हुए हैं। मैं इस मामले पर केरल के मुख्यमंत्री से भी बात की है। ये महत्वपूर्ण बात है कि सरकार ने लोगों को ये राहत दी है कि वह उनके लिए घरों का फिर से निर्माण करवाएगी। लेकिन वायदे के मुताबिक दी जाने वाली मदद जल्दी ही बाढ़ पीड़ितों तक पहुंचाई जानी चाहिए।

लेकिन इस मौके पर भी कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र सरकार पर सवाल खड़े करना नहीं भूले। उन्होंने कहा, ”केंद्र सरकार की तरफ से केरल में भीषण बाढ़ और तबाही को देखते हुए ज्यादा मदद भेजनी चाहिए थी। लेकिन केरल के लोगों को अभी भी मदद का इंतजार है। ये उनका अधिकार है। सरकार उन पर कोई अहसान नहीं कर रही है। मैं दुखी हूं कि उन लोगों को उतनी मदद केंद्र सरकार से नहीं मिली है, जितनी मिलनी चाहिए थी। ”