Congress President Election: कांग्रेस चुनाव की तैयारियों में जुटे वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने बताया कि अगर वह पार्टी अध्यक्ष बने तो सबसे पहले कौन सा काम करेंगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष चुने जाने पर उनका पहला काम पार्टी नेताओं को बीजेपी में शामिल होने से रोकना है।

केरल के तिरुवनंतपुरम से सांसद थरूर ने कहा, ‘खड़गे सर भी मेरे नेता हैं। हम दुश्मन नहीं हैं। मैं प्रक्रिया में बदलाव का उम्मीदवार हूं। कांग्रेस पद की रेस में खड़गे साहब जीते या मैं जीत गया इससे कोई फर्क नहीं पड़ता।” उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जीतना चाहिए। क्योंकि यह समावेशी भारत की पार्टी है। थरूर ने कहा, “जिन लोगों ने मेरा समर्थन किया, वे बागी नहीं हैं या गांधी परिवार के खिलाफ नहीं हैं। यह एक गलत धारणा है। गांधी परिवार हमेशा कांग्रेस के साथ हैं, हम भी।”

शशि थरूर ने हाल ही में अध्यक्ष पद के चुनाव को लेकर कहा था कि जो लोग बदलाव चाहते हैं वे मुझे जिताएं। जिन्हें लगता है कि पार्टी में सबकुछ ठीक है, वे मुझे वोट ना दें। उन्होंने ये भी कहा कि जो वोटर 2014 और 2019 के चुनाव में दूर गए थे वे आएं। कांग्रेस पार्टी में बदलाव लाना चाहता हूं।

युवा कार्यकर्ता मेरे साथ: कुछ समय पहले शशि थरूर ने कहा था कि बड़े-बड़े नेता उस तरफ नजर आ रहे हैं लेकिन युवा कार्यकर्ता मेरे साथ हैं। थरूर ने एनडीटीवी टाउन हॉल में कहा था कि उन्होंने हमेशा उम्मीद की थी कि वरिष्ठ नेता खड़गे के साथ होंगे। कांग्रेस सांसद ने कहा, “यह उनके नामांकन फॉर्म और वहां हस्ताक्षर और उनके अभियान से स्पष्ट है। वह जहां भी जाते हैं, उनके आसपास दिग्गज होते हैं लेकिन मैं जहां भी जा रहा हूं, वहां साधारण नागरिक हैं।”

बड़े नेता खड़गे की तरफ: शशि थरूर ने पक्षपात की भी बात कही थी। उन्होंने पार्टी के बड़े नेताओं और कुछ प्रदेश कांग्रेस कमेटी अध्यक्षों की तरफ से हो रहे व्यवहार पर सवाल उठाए थे। थरूर ने कहा था, ‘कई पीसीसी में पीसीसी प्रमुख समेत कई नेता खड़गे साहब का स्वागत कर रहे थे और मिल रहे थे। लेकिन ऐसा मेरे साथ नहीं हो रहा था। मैं पीसीसी गया, लेकिन चीफ उपलब्ध नहीं थे। शिकायत नहीं कर रहा हूं, लेकिन क्या आपको बर्ताव में फर्क नहीं लग रहा है।’