Congress on Caste Census: नरेंद्र मोदी सरकार के द्वारा जाति जनगणना कराए जाने के ऐलान को कांग्रेस अपनी बड़ी जीत बता रही है। इसे लेकर पार्टी ने कांग्रेस कार्य समिति Congress Working Committee (CWC) की एक अहम बैठक शुक्रवार को शाम 4 बजे बुलाई है। बताना होगा कि कांग्रेस लंबे वक्त से जाति जनगणना कराए जाने की मांग कर रही थी।

अब जब मोदी सरकार ने इसका ऐलान कर दिया है तो यह देखना जरूरी होगा कि पार्टी आगे का रास्ता कैसे तय करेगी?

कांग्रेस के सूत्रों के मुताबिक, वह जाति जनगणना कराए जाने की टाइमलाइन, बजट और आरक्षण को लेकर 50% की सीमा के बारे में भी मोदी सरकार से जवाब चाहती है।

‘नहीं होनी चाहिए’, पीएम मोदी ने किया जाति जनगणना का ऐलान तो वायरल हुआ कंगना रनौत का बयान

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने जाति जनगणना की मांग को पिछले कुछ सालों में जोरदार ढंग से उठाया है। केंद्र सरकार के फैसले के बाद राहुल गांधी ने कहा कि अगला कदम आरक्षण की 50% की सीमा को हटाना और प्राइवेट शिक्षण संस्थानों में आरक्षण को लागू करना होना चाहिए।

हम टाइमलाइन चाहते हैं- राहुल

राहुल ने केंद्र के फैसले के बाद कहा, “ऐसा क्या हुआ कि नरेंद्र मोदी, जो कहते थे कि सिर्फ चार जातियां हैं, उन्होंने जाति जनगणना की घोषणा कर दी। हम इसका समर्थन करते हैं लेकिन हम टाइमलाइन चाहते हैं कि यह कब होगी। तेलंगाना जाति जनगणना के लिए एक मॉडल बन गया है।”

कांग्रेस लोगों को बताना चाहती है कि उसके दबाव के कारण ही सरकार ने इस मांग को स्वीकार किया है।

‘सरकार मोदी की है लेकिन सिस्टम राहुल गांधी का’, केंद्र के श्रेय लेने पर संजय राउत ने उठाया सवाल

कांग्रेस का सामाजिक न्याय का एजेंडा

जाति जनगणना की मांग कांग्रेस के सामाजिक न्याय के एजेंडे का अहम बिंदु रही है और इसके जरिए पार्टी देश में सबसे बड़ी आबादी वाले OBC वर्ग तक पहुंचना चाहती है। मंडल के आंदोलन के बाद के सालों में OBC वर्ग कांग्रेस से छिटक गया और मोदी सरकार के दौर में वह बीजेपी के साथ जुड़ता दिखाई दिया है।

यह भी पढ़ें- मोदी सरकार ने अभी ही क्यों किया जाति जनगणना का फैसला?