कांग्रेस की राज्यसभा सांसद रजनी पाटिल के निलंबन को लेकर ऐसा माना जा रहा है कि अगले हफ्ते उनका निलंबन रद्द किया जा सकता है। पाटिल पर आरोप लगा था कि उन्होंने बजट सत्र के दौरान सदन की कार्यवाही की वीडियोग्राफी करके, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर इसके प्रसार के लिए डाल दिया था जिसके कारण उन्हें राज्यसभा से निलंबित कर दिया गया था।
पाटिल को शुरू में बजट सत्र के लिए निलंबित किया गया था। लेकिन सत्र के आखिरी दिन, राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने निलंबन बढ़ा दिया था, जिस पर विपक्ष ने अपनी नाराजगी जताई थी। रजनी पाटिल के निलंबन को बाद में विशेषाधिकार समिति की रिपोर्ट आने तक बजट सत्र के बाद भी बढ़ा दिया गया था। सभापति ने पाटिल के निलंबन का फैसला नियम 266 और नियम 256 के तहत किया था।
इसके बाद पाटिल ने माफी भी मांगी थी । पता चला है कि इस मुद्दे को देख रही विशेषाधिकार समिति ने शनिवार को एक बैठक की। विपक्ष के सूत्रों ने कहा कि सरकार अनौपचारिक रूप से उनके निलंबन को रद्द करने पर सहमत हो गई है और उन्हें अगले सप्ताह, संभवतः सोमवार को ही सदन में वापस आना चाहिए। राज्यसभा सोमवार को राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली (संशोधन) विधेयक पर चर्चा करने के लिए तैयार है।
हालांकि, आप सांसद संजय सिंह का निलंबन बहरहाल रद्द होने की संभावना नहीं है। सिंह को मणिपुर की स्थिति पर चर्चा की मांग को लेकर सदन में विरोध प्रदर्शन करते हुए सभापति के निर्देशों का बार-बार उल्लंघन करने के लिए शेष सत्र के लिए 24 जुलाई को निलंबित कर दिया गया था।
पाटिल के निलंबन को रद्द किए जाने की संभावना उस दिन बढ़ गई जब कांग्रेस ने पार्टी के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी को लोकसभा सदस्य के रूप में बहाल करने की मांग के लिए लोकसभा सचिवालय का दरवाजा खटखटाया, जिसके एक दिन बाद सुप्रीम कोर्ट ने मानहानि मामले में उनकी सजा पर रोक लगा दी गई।