मोदी सरकार ने राजपथ का नाम बदलकर कर्तव्य पथ करने का फैसला किया है। सरकार के इस प्रस्ताव का कांग्रेस ने मजाक उड़ाया है तो वहीं वरिष्ठ कांग्रेसी नेता मिलिंद देवड़ा ने इस फैसले के लिए मोदी सरकार की तारीफ की है।

मिलिंद देवड़ा ने ट्वीट करते हुए कहा कि कार्तव्य पथ उस सड़क का उपयुक्त नाम है जो दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र के मंदिर तक जाती है। यह हर जगह लोक सेवकों के लिए एक अनुस्मारक के रूप में काम करे कि धर्म और कर्तव्य लोक सेवा का आधार हैं। वहीं कांग्रेस ने मोदी सरकार के फैसले का मजाक उड़ाया है। कांग्रेस के प्रमुख प्रवक्ता पवन खेड़ा ने सरकार के फैसले पर ट्वीट करते कहा कि वैसे राजपथ का नाम बदलना ही था तो ‘राजधर्म’ पथ कर देते। अटल जी की आत्मा को अवश्य शांति मिलती।

आरजेडी नेता मनोज कुमार झा ने भी राजपथ का नाम कर्तव्य पथ किए जाने पर सरकार को घेरा है। उन्होंने एक समाचार चैनल से बात करते हुए तंज कसते हुए कहा, “पहले रेस कोर्स रोड लोक कल्याण मार्ग बना और अब राजपथ कर्तव्य पथ हो चला, लेकिन आज की सबसे बड़ी चुनौतियों मसलन बेरोज़गारी,मंहगाई/बिगड़ते सामाजिक सौहार्द पर इसका पॉजिटिव प्रभाव हो तो सब स्वीकार्य है। लोकोन्मुख सरोकारों पर चुप्पी और काबिलियत सिर्फ सड़कों के नाम बदलने की हो तो क्या कहें?”

राजपथ का नाम बदले जाने पर सोशल मीडिया पर भी लोग चर्चा कर रहे हैं। कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा द्वारा विरोध किए जाने पर विभूति श्रीवास्तव नाम की यूजर ने कमेंट करते हुए लिखा, “क्या खेड़ा जी आप भी ऐसी हल्की बातें करोगे। नाम तो आप लोगों ने हर चीज़ के राजीव जी और इंदिरा जी के नाम पर कर ही दिया है। आपकी सरकार आएगी तो आप बदल कर कर्तव्य पथ से राजीव पथ या इंदिरा मार्ग या राहुल रोड कर देना।”

वहीं मुकेश नाम के ट्विटर यूजर ने लिखा, “ये जो कहते है ठीक उसका उल्टा इनके अंधभक्त करते है। महंगाई बेरोज़गारी व नागरिकों में ठूँसी गई वैमनस्यता के विरुद्ध भारत जोड़ो यात्रा जो नागरिकों में चेतना का प्रसार करेगी, उस से ध्यान भटकाने के लिए ये शब्द ‘जनता को राजा शब्द से बदला जाता है’ कि अधिसूचना भी जारी कर सकते हैं।”