कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधा। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अमित शाह को तुरंत बर्खास्त कर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि बाबा साहब का अपमान गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में किया है।

मल्लिकार्जुन खड़गे ने अमित शाह की बर्खास्तगी की मांग की

मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, “ये लोग संविधान में विश्वास नहीं करते हैं। वे मनुस्मृति के बारे में बात करते हैं। पीएम मोदी ने अमित शाह का बचाव करने के लिए 6 ट्वीट किए। क्या इसकी जरूरत थी? अगर कोई बीआर अंबेडकर के बारे में गलत कहता है तो उसे कैबिनेट से हटा देना चाहिए, लेकिन वे दोस्त हैं और एक-दूसरे के पापों का समर्थन कर रहे हैं।”

मल्लिकार्जुन खड़गे ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा, “बीजेपी के लोग संविधान को नहीं मानते और मनुस्मृति को महत्व देते हैं। बीजेपी संविधान की मूल भावना को कमजोर करने का प्रयास कर रही है। हमारी मांग है कि प्रधानमंत्री मोदी गृह मंत्री अमित शाह को तुरंत कैबिनेट से बर्खास्त करें। बाबा साहेब आंबेडकर जैसे महान व्यक्तित्व का अपमान किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।”

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अमित शाह ने किया पलटवार

मल्लिकार्जुन खड़गे के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने भी प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। उन्होंने पूरी कांग्रेस पर बाबा साहब अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया। वहीं खड़गे द्वारा शाह के इफ्तीफे की मांग पर अमित शाह ने कहा कि अभी उन्हें 15 साल वहीं पर बैठना है।

अमित शाह ने कहा, “जहां तक बात भारत रत्न देने की है, कांग्रेस नेताओं ने कई बार खुद को भारत रत्न दिया है। 1955 में नेहरू ने खुद को भारत रत्न दिया, 1971 में इंदिरा गांधी ने खुद को भारत रत्न दिया। साल 1990 में उस समय बाबा साहेब को भारत रत्न दिया गया, जब कांग्रेस पार्टी सत्ता में नहीं थी और उस सरकार को भाजपा का समर्थन हासिल था। अंबेडकर के लिए नेहरू की घृणा जगजाहिर है। कांग्रेस की सरकारों ने कभी अंबेडकर स्मारक नहीं बनवाया, लेकिन इसके उलट बीजेपी सरकारों ने उनसे जुड़े कई स्थलों का विकास किया और मोदी सरकार ने ‘संविधान दिवस’ की घोषणा की।” पढ़ें क्या अमित शाह ने सच में किया बाबा साहब का अपमान?