भारत में कोरोनावायरस महामारी का प्रकोप तेजी से बढ़ता जा रहा है। बड़ी संख्या में लोगों का कहना है कि अलग-अलग राज्यों में चल रही चुनावी रैलियों की वजह से आने वाले समय में कोरोना के केस और बढ़ सकते हैं। इस बीच चुनावी दलों पर राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए लोगों की जान खतरे में डालने के आरोप लग रहे हैं। इसी सिलसिले में जब एक इंटरव्यू में केरल चुनाव को लेकर कांग्रेस नेता शशि थरूर से सवाल पूछे गए, तो उन्होंने भी कबूला कि चुनावी रैलियों में गाइडलाइंस का पालन नहीं हुआ।

क्या था शशि थरूर से सवाल?: आज तक के शो सीधी बात में एंकर प्रभु चावला ने कोरोनाकाल में चुनावी रैलियों को लेकर शशि थरूर से कहा- “कोरोना फैलने के लिए सभी राजनीतिक दल जिम्मेदार हैं। केरल में आपने चुनाव अभियान बिना मास्क के किया। पश्चिम बंगाल में किया। तो आप लोग ही जिम्मेदार हैं न। आप लोगों ने जनता के साथ धोखा किया है। सत्ता जीतनी है हमको, चाहे कुछ हो जाए, लोग मर जाएं। प्रोटोकॉल फॉलो नहीं करते आप लोग।

थरूर बोले- मुस्कुराहट देखकर ही मिलते हैं वोट: इस पर थरूर ने कहा, “मेरे ख्याल में इस हालत में चुनाव नहीं होना चाहिए था। लेकिन जब चुनाव होता है और लोग वोट मांगने जाते हैं तो आपको पता है कि कोई मास्क नहीं लगा सकता। जब आप लोगों के साथ जा रहे हैं, तब मास्क पहनते हैं, लेकिन जब मंच पर चढ़ जाते हैं तो मास्क उतारना पड़ेगा। क्योंकि आपकी मुस्कुराहट देखकर ही वोट देंगे। आपका मास्क देखकर तो वोट देंगे नहीं।” इस पर प्रभु चावला ने हंसते हुए कहा कि मुस्कुराहट और शक्ल देखकर वोट पड़ते हैं आपको।

इसके बाद प्रभु चावला ने पूछा कि आपके जो फॉलोवर्स नीचे खड़े होते हैं, जो आपको सुनने आए हैं, आपका सुंदर चेहरा और स्माइल देखने आए हैं, उनके पास भी मास्क नहीं है। तो आपने भी कोई अपील नहीं की। आपमें से किसी ने भी नहीं कहा कि मास्क पहनकर आइए वर्ना मैं भाषण नहीं करुंगा। किसी ने नहीं कहा, एक नेता ने नहीं कहा। हालांकि, इस पर शशि थरूर ने बहस करने की जगह एंकर की बात सही मानी।