कर्नाटक, मध्य प्रदेश और अब महाराष्ट्र की सत्ता से भी कांग्रेस बाहर हो चुकी है। महाराष्ट्र में हुए तख्तापलट पर कांग्रेस नेता साधना ने अपनी भड़ास निकाली है। इतना ही नहीं, शिंदे-भाजपा गठबंधन पर भी वो खूब बरसीं और ऑपरेशन लोटस को लूटस, तो इस गठबंधन को हिंदूवादी नहीं, लूटतंत्रवादी ठगबंधन करार दे दिया।

राज्य की सियासत में हुए इस बदलाव को लेकर चल रही एक टीवी डिबेट के दौरान जब कांग्रेस प्रवक्ता साधना भारती से सवाल किया गया तो वो भड़क गईं और इस तरह की बातें करती नजर आईं।

उन्होंने कहा, कांग्रेस सत्ता की लालची पार्टी नहीं है, जब स्वार्थी, अहम और कुटील व्यक्तित्व रखने वाले लोग किसी समाज या किसी देश में अपना प्रभुत्व कायम रखने में चूर होकर विवेकशून्य हो जाते हैं, तब-तब जनता का असंतोष उभरता है और ऐसे लोगों के झूठ के मुखौटों को नोचता है और कथन एवं करनी की असलियत का पर्दाफाश करता है।”

वो इस दौरान काफी गुस्से में आ गईं और लगातार बोलती रहीं। उन्होंने कहा, “जब-जब जुल्मों की इंतेहा हो जाती है तो तब-तब जुल्मों की तपिश से वो असंतोष चिंगारी से शोला बनकर शक्ति और क्रांति का रूप धारण करता है। अभी आपके सामने आ भी जाएगा।”

उन्होंने शिंदे-भाजपा गठबंधन को ठगबंधन करार देते हुए कहा, “बात चल रही है कि ये तो हिंदूवादी गठबंधन है। लूटतंत्रवादी ठगबंधन सामने आया है। ये ऑपरेशन लोटस नहीं लूटस सामने आया है। सबको पता है जनता द्वारा जनता के लिए जनता का शासन लोकतंत्र कहलाता है, लेकिन भाजपा ने एक नई परिभाषा दी है। लूट द्वारा लूटेरों के लिए और लूटेरों का शासन लूटतंत्र कहलाता है और वो आज दिखाई दे रहा है। ये पहली बार नहीं है, मध्य प्रदेश, कर्नाटक, मणिपुर, उत्तराखंड में भी यही किया।”

गौरतलब है कि पिछले तरीबन 10 दिनों से महाराष्ट्र की राजनीति में जारी उठा-पटक आखिरकार समाप्त हो गई है। एकनाथ शिंदे के नए मुख्यमंत्री बन गए हैं और देवेंद्र फडणवीस को राज्य का नया डिप्टी सीएम बनाया गया। गुरुवार शाम को राज्य भवन में दोनों नेताओं ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी की मौजदूगी में अपने-अपने पद की शपथ ग्रहण की।