कांग्रेस के महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला एक विवादास्पद बयान देकर विवादों में घिर गए हैं। दरअसल, सुरजेवाला एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान महाभारत में द्रौपदी के चीरहरण की घटना का जिक्र करना चाहते थे लेकिन उनकी जुबान फिसल गई और उन्होंने ‘सीता मैया का चीरहरण’ कह दिया। इसके बाद वह भाजपा के निशाने पर आ गए हैं। सुरजेवाला के इस बयान पर निशाना साधते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि वे जनेऊधारी हिंदू होने का दावा करते हैं लेकिन वे ‘राम संस्कृति’ के बजाय ‘रोम संस्कृति’ में विश्वास करते हैं।
शहजाद पूनावाला ने ट्वीट कर कहा, “एक मुसलमान के रूप में भी मैं जानता हूं कि चीरहरण मां सीता का नहीं बल्कि द्रौपदी का हुआ था।” शहजाद पूनावाला ने रणदीप सुरजेवाला का एक बयान शेयर किया, जिसमें कांग्रेस नेता प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित कर रहे हैं।
कांग्रेस नेता कहते हैं, “सत्ता बल, ईडी, सीबीआई के भरोसे यहां आए हैं, पहले के राज्यसभा चुनावों में भी भाजपा के लोगों ने मुंह की खाई थी, इस बार भी वे मुंह की खाएंगे।”
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने आगे कहा, “सच जीतेगा, बहुमत जीतेगा, प्रजातंत्र जीतेगा, संविधान जीतेगा, कानून जीतेगा, नैतिकता जीतेगी और झूठ का आवरण पहने लोग.. जैसे एक समय में ‘सीता मैया का चीरहरण’ हुआ था, वह प्रजातंत्र का चीरहरण करना चाहते हैं…वे लोग हारेंगे, बेनकाब हो जाएंगे।” इस बयान के बाद राज्यसभा चुनाव को लेकर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे सुरजेवाला भाजपा के निशाने पर आ गए। नुपूर शर्मा के बयान के बाद बैकफुट पर आई भाजपा ने कांग्रेस नेता के इस बयान पर पलटवार करना शुरू कर दिया है।
रणदीप सुरजेवाला की विवादास्पद टिप्पणी को लेकर भाजपा नेता शहजाद पूनावाला ने कांग्रेस नेता पर तीखा हमला बोला और कहा, “ये जुबान का फिसलना नहीं, चरित्र का गिरना है।” वहीं, सुरजेवाला के इस बयान पर सोशल मीडिया पर भी तीखी प्रतिक्रियाएं आ रही हैं। एक यूजर ने कांग्रेस नेता पर एफआईआर दर्ज करने की मांग की। वहीं, एक अन्य यूजर ने कहा, “नहीं पता तो बोलो मत सुरजेवाला जी….हिन्दुओं को अपमानित मत करो।”