कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी की महत्वाकांक्षी परियोजना सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट पर काम जारी है। कोरोना महामारी के बीच सेंट्रल विस्टा परियोजना का काम जारी रहने को लेकर राहुल गांधी समेत कई विपक्ष के नेता पहले ही सवाल उठा चुके हैं। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर से सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को लेकर प्रधानमंत्री मोदी का बिना नाम लिए हुए उनपर निशाना साधा है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री मोदी का बिना नाम लिए ट्वीट करते हुए लिखा कि सेंट्रल विस्टा एक आपराधिक बर्बादी है। इसलिए लोगों की जिंदगी को बचाने पर ध्यान दें ना कि एक नए घर को पाने के लिए अपने अंधे अहंकार को महत्व दें। राहुल गांधी के इस ट्वीट पर लोगों की तरह तरह की प्रतिक्रिया देखने को मिली। कई लोगों ने कोरोना महामारी के बावजूद सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के निर्माण को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर जमकर निशाना साधा।
Central Vista is criminal wastage.
Put people’s lives at the centre- not your blind arrogance to get a new house!
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 7, 2021
राहुल गांधी के इस ट्वीट पर एनएसयूआई नेता सन्नी मेहता ने अपने ट्विटर हैंडल से प्रतिक्रिया देते हुए लिखा कि फकीर तो एक कमरे के घर पर भी रह सकता है! पर हमारे वाला फकीर 20000 करोड़ का घर बना रहा है और 9000 करोड़ के दो जहाज! इतने पैसे में पूरे देश को फ्री वैक्सीन लग सकती है! पर हुज़ूर का शौक़ सलामत रहे! बता दें कि एक बार एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने खुद को फकीर कहा था। जिसके बाद से ही विपक्षी दलों के नेता भी फकीर कहकर उनपर निशाना साधते रहते हैं।
इसके अलावा आदित्य वर्मा नाम के एक ट्विटर यूजर ने लिखा कि इतिहास में लिखा जाएगा कि जब लोगों के घर जल रहे थे प्रधानमंत्री मोदी अपना आशियाना बनवा रहे थे। वहीं रामकृपाल नाम के भी एक यूजर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि प्रधानमंत्री जी से अनुरोध है कि नयी संसद और आलीशान “मोदी महल” पर 20 हज़ार करोड़ बर्बाद करने के बजाय इन पैसों से अस्पताल और Oxygen का इंतजाम करें। वरना देश आपको कभी माफ़ नही करेगा।
बता दें कि पिछले दिनों भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने ट्वीट करते हुए इस प्रोजेक्ट को लेकर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने सेंट्रल विस्टा से जुड़ी एक खबर को ट्वीट करते हुए लिखा था कि कोविड संकट है। जांच नहीं, टीका नहीं, ऑक्सीजन नहीं, आईसीयू नहीं….प्राथमिकताएं। इसके अलावा इतिहासकार रामचंद्र गुहा ने भी ट्वीट करते हुए लिखा था कि अप्रैल 2020 में, मैंने आग्रह किया था कि सेंट्रल विस्टा परियोजना को समाप्त कर दिया जाए और इसे आवंटित धनराशि को राज्यों को वितरित की जाए ताकि वे महामारी से लड़ सकें। यह परियोजना कितनी अधिक क्रूर और मारक है।

