कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर नरेंद्र मोदी सरकार पर निशाना साधा है। इस बार उन्होंने आर्थिक मुद्दे पर केंद्र सरकार को घेरने की कोशिश की है। उन्होंने बुधवार (12 अगस्त, 2020) को एक खबर का स्क्रीन शॉट शेयर करते हुए कहा, ‘मोदी है तो मुमकिन है।’ केरल के वायनाड से सांसद ने इन्फोसिस के संस्थापक एन आर नारायणमूर्ति से जुड़ी एक खबर का स्क्रीनशॉट भी शेयर किया है।

दरअसल नारायणमूर्ति ने आशंका जताई है कि कोरोना वायरस के चलते इस वित्त वर्ष में देश की आर्थिक गति आजादी के बाद सबसे खराब स्थिति में होगी। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था को जल्द से जल्द पटरी पर लाया जाना चाहिए। उन्होंने आशंका जताई कि इस बार सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में स्वतंत्रता के बाद के सबसे बड़ी गिरावट दिख सकती है। नारायणमूर्ति ने ऐसी एक नई प्रणाली विकसित करने पर भी जोर दिया जिसमें देश की अर्थव्यवस्था के हर क्षेत्र में प्रत्येक कारोबारी को पूरी क्षमता के साथ काम करने की अनुमति हो।

कांग्रेस नेता के इस ट्वीट पर सोशल मीडिया यूजर्स भी जमकर प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। पुष्पेंद्र राठौर @rathoreBHU लिखते हैं, ‘अमेरिका में कोरोना काल में बेरोजगारी भत्ता मिल रहा है। मोदी ने ऐसा क्यों नहीं किया। पीएम केयर फंड बनाने के बाद भी?’ फिक्सिट @yippeekiyay_dk नाम से एक यूजर लिखते हैं, ‘सब क्षेत्र में यही हाल है। मोदी और उनके निक्कमे मंत्री सिर्फ अपनी नाकामियों को छिपाने के लिए और अपने दोस्तों की सेवा के लिए सब बेचते जा रहे हैं।’

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इसी तरह आदित्य गर्ग @AdityaGargIYC लिखते हैं, ‘सरकार दिवालिया है, मगर अंबानी दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स हैं।’ एक यूजर @Ravishk356 लिखते हैं, ‘ये तो होना ही था कहां गए अं$#@त जो कहते थे मोदी है तो मुमकिन है। चलो आज मैं भी कहता हूं मोदी है तो मुमकिन है।’ शिल्पी सिंह @ShilpiSinghINC लिखती हैं, ‘अगर खुद ही सारा काम करना पड़े तो देश विश्वगुरु कैसा। हम मंदिर, मूर्ति, पार्टी ऑफिस और शौचालय बनाएंगे। लड़ाकू विमान व वैक्सीन दूसरे मुल्कों से खरीद लाएंगे। मोदी है तो मुमकिन है।’

बता दें कि नारायणमूर्ति ने कहा, ‘भारत की जीडीपी में कम से कम पांच प्रतिशत संकुचन का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसी आशंका है कि हम 1947 की आजादी के बाद की बससे बुरी जीडीपी वृद्धि (संकुचन) देख सकते हैं।’ साफ्टवेयर क्षेत्र में बड़ी पहचान रखने वाले मूर्ति यहां ‘भारत की डिजिटल क्रांति का नेतृत्व’ पर आयोजित एक परिचर्चा में भाग ले रहे थे। (एजेंसी इनपुट)