भारत में कोरोनावायरस के बढ़ते केसों के बीच कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र की भाजपा सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने भाजपा नेताओं की चुनावी रैलियों का मुद्दा उठाते हुए कहा, “आप आज भी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं। रैलियों में हंस रहे हैं। सब तरफ से लोगों के रोने की रिपोर्ट आ रही है। लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं। लेकिन आप बड़ी-बड़ी रैलियों में जाकर हंस रहे हैं। हंस कैसे सकते हैं। समझ में ही नहीं आ रहा कि ये सरकार क्या कर रही है?”
प्रियंका ने पीएम मोदी की पाकिस्तान से बात करने की कोशिशों पर तंज कसते हुए कहा, “ये सरकार दुबई में ISI से बात कर सकती है, विपक्ष के नेताओं से बात नहीं कर सकती? मैं नहीं मानती कि आज विपक्ष का एक भी नेता ऐसा है जो इन्हें पॉजिटिव और रचनात्मक तरीके से सुझाव नहीं दे रहा है।”
प्रियंका ने देश में चिकित्सा व्यवस्थाओं में कमी का मुद्दा उठाते हुए कहा, “आज देशभर से रिपोर्ट आ रही हैं कि बेड, ऑक्सीजन, रेमडेसिविर, वेंटिलेटर की कमी है। पहली वेव और दूसरी वेव के बीच हमारे पास तैयारी करने के कई महीने थे। भारत की ऑक्सीजन प्रोडक्शन कैपेसिटी दुनिया में सबसे बड़ी है, ऑक्सीजन को ट्रांसपोर्ट करने की सुविधा नहीं बनाई गई। कितनी बड़ी त्रासदी है कि देश में ऑक्सीजन उपलब्ध है लेकिन जहां पहुंचना चाहिए वहां पहुंच नहीं पा रहा है।”
प्रियंका ने आगे कहा, “पिछले 6 महीने में 1.1 मिलियन रेमडेसिविर इंजेक्शन का निर्यात हुआ है और आज हमारे पास इंजेक्शन की कमी है।” प्रियंका ने वैक्सीन लगाने की धीमी रफ्तार पर तंज कसते हुए कहा, “सरकार ने जनवरी से मार्च महीने में कोरोनावायरस की 6 करोड़ वैक्सीन निर्यात की और इसी समय में 3-4 करोड़ भारतीयों को वैक्सीन दी। आपने भारतीयों को प्राथमिकता क्यों नहीं दी?”
‘जितने भी संसाधन हैं, कोरोना से लड़ाई में लगाएं’: हर जगह से ऐसी रिपोर्ट आ रही हैं कि समझ में ही नहीं आ रहा कि ये सरकार क्या कर रही है? शमशान घाटों पर इतनी भीड़ लगी है, लोग कूपन लेकर खड़े हैं। हम इस स्थिति में सोच रहे हैं कि हम क्या करें। जो सरकार को करना चाहिए था, वो सरकार नहीं कर रही है। मैं सकारात्मक तरीके से कह रही हूं कि भगवान के लिए सरकार कुछ करे। उनके पास जितने संसाधन हैं उन्हें वो कोरोना की लड़ाई में लगाएं। अगर केंद्र सरकार अपना मन बनाए तो अभी भी ऑक्सीजन की सुविधा बनाई जा सकती है।