किसान आंदोलन को लेकर लाइव डिबेट शो में कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा मोदी सरकार पर खूब बरसे। उन्होंने कहा, केवल नरेंद्र मोदी का ही इगो नहीं हो सकता। किसानों का भी अपना इगो है। उन्होंने कहा, टिकैत जी से पूछिए, क्या उन्हें फोन आया। मोदी जी ने कहा था कि केवल एक कॉल की दूरी है। इन्हें 303 सीटों का इगो है। हमने भी 435 सीटें देखी हैं। इगो का कोई फायदा नहीं होता। क्या मोदी सरकार की देश के किसानों और युवाओं के प्रति जिम्मेदारी नहीं है?

खेड़ा ने कहा, ‘क्या हमें भी मोदी की तरह किसानों को इग्नोर करना चाहिए। अगर देश के प्रति हमारी जिम्मेदारी नहीं है तो हम क्या राहुल कंवल की डिबेट में बैठने के लिए आए हैं। हम क्या 8 से 9 की राजनीति करते हैं। हमें भी सड़क पर आना है, आवाज बुलंद करनी है। जिन्हें आपत्ति है वे इलेक्श में न पार्टिसिपेट करें। डिबेट्स करते रहें। हम और हमारी राजनीति इन्हीं मुद्दों पर होगी। अगर किसी को आपत्ति हो तो कहीं और जाकर राजनीति करें।’

इंडिया टुडे चैनल पर ऐंकर राहुल कंवल ने पूछा था, ‘क्या किसान आंदोलन केवल मोदी समर्थक और मोदी विरोधी लोगों के बीच का आंदोलन बनकर नहीं रह गया है?’ इसके बाद पवन खेड़ा ने कहा, अगर सुधांशु त्रिवेदी भी उस कुर्सी पर होते तो उनके खिलाफ आंदोलन होते। उन्होंने कहा, क्या मोदी सरकार कोई छुईमुई हैं जिनके खिलाफ आंदोलन नहीं हो सकते।

खेड़ा ने कहा, पकड़ना था दीप को, पकड़ लिया मनदीप को। राजदीप भी खतरे में हैं। जिनके नाम के आगे दीप हैं सबको पकड़ लेंगे लेकिन दीप सिद्धू को नहीं पकड़ेंगे। उन्होंने कहा कि जेएनयू हो या फिर सीएए का विरोध, आंदोलन उसी के खिलाफ होता हो जो कि सत्ता में होता है। आप यह बार-बार पूछते हैं कि राहुल गांधी क्यों चले गए, संजय राउत क्यों चले गए, राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस क्यों कर ली। मोदी की तरह ये लोग किसानों को नीचे नहीं धकेल सकते।