राहुल गांधी से ईडी की 54 घंटे की पूछताछ पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने एक प्रेस कांफ्रेंस में सवाल किया कि आखिर श्रीलंका की सरकारी इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड मामले में ED की बोलती बंद क्यों है? उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी ने श्रीलंका के राष्ट्रपति पर दबाव बनाया कि विंड पावर प्रोजेक्ट का काम अडानी ग्रुप को दिया जाये।
वल्लभ ने कहा, “पिछले दो सप्ताह में ईडी ने राहुल गांधी से 54 घंटे पूछताछ की। लेकिन एक ऐसा मामला सामने रख रहा हूं, जहां पर ईडी चुप है। हमारा सवाल है कि आखिर उन मामलों में सन्नाटा क्यों है?” गौरव वल्लभ ने कहा, “श्रीलंका की सरकारी सीलोन इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड के अध्यक्ष एमएमसी फर्डिनेंडो ने वहां की संसद में कहा कि हमारे राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे पर मोदी जी ने दबाव डाला कि अडानी समूह को पवन ऊर्जा परियोजना का काम दिया जाए।
वल्लभ ने सवाल किया कि क्या हमारे देश के प्रधानमंत्री प्राइवेट पार्टी को ठेका दिलाने के लिए बने है। क्या हमारे भारत जैसे महान देश के पीएम किसी कंपनी के एजेंट के रूप में काम कर रहे हैं। क्या ईडी और बाकी एजेंसियों ने इसपर जांच करना ठीक नहीं समझा? उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री एक निजी व्यक्ति को फायदा क्यों पहुंचाना चाहते थे? एक निजी व्यक्ति के लिए एजेंट के रूप में कार्य करके प्रधानमंत्री ने भारत के गौरव को कम क्यों किया? उनकी क्या मजबूरी थी?
उन्होंने सवाल किया कि ईडी और अन्य एजेंसियां इस मामले पर क्यों सो रही हैं? उन्होंने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री एक निजी कम्पनी की पैरवी विदेशी सरकार को क्यों कर रहे हैं?
बता दें कि नेशनल हेराल्ड से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 5 दिनों तक पूछताछ की। इसको लेकर देशभर में कांग्रेस नेताओं व कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेस का आरोप है कि ईडी के सहारे केंद्र सरकार राहुल गांधी को परेशान कर रही है।