महिलाओं से दुष्कर्म करने वालों के खिलाफ सख्ती बरतने और उनको कड़ी सजा देने के लिए कांग्रेस नेता अलका लांबा ने कानून में संशोधन करने की मांग की है। उन्होंने बीजेपी पर आरोप लगाया कि पार्टी से जुड़े कई आरोपियों को वह बचाने में लगी है। अखिल भारतीय महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने शुक्रवार को आरोप लगाया, “महिलाओं खासतौर पर लड़कियों के खिलाफ अपराध बढ़ गये हैं और अब ये अनियंत्रित हो रहे हैं।”

फास्ट ट्रैक कोर्ट और विशेष अदालतें बनाने की मांग

अलका लांबा ने इन मामलों को देखने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट और विशेष अदालतें बनाने की भी मांग की। उन्होंने कहा कि महिलाओं से दुष्कर्म करने वालों नपुंषक बनाने वाला कानून बनाया जाए और फांसी दी जाए। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में उन्होंने कहा, “उत्तरप्रदेश के कानपुर में 2 नाबालिग बच्चियों के साथ दरंदगी की घटना, भयभीत करने वाली है। बीजेपी शासित राज्यों में कानून व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है और अधिकतर मामलों में अपराधी, BJP की सरकार और पार्टी से जुड़े हैं!” उन्होंने कहा, “चाहे कुलदीप सिंह सेंगर हो या बृजभूषण शरण, चाहे सक्षम पटेल हो या पूर्व सांसद चिन्मयानंद, उनकी बीजेपी सरकार और शीर्ष नेतृत्व से यारी है!!”

कानपुर के घाटमपुर में दो बच्चियों की लाश मिली थी

दो दिन पहले यूपी के कानपुर के घाटमपुर में एक गांव में ईंट भट्टे के पास खेत में दो लड़कियों के शव पेड़ से लटके मिले थे। घर वालों ने आरोप लगाया था कि इन नाबालिगों के साथ कुछ दिन पहले दुष्कर्म किया गया था। ये लड़कियां इसी ईंट-भट्टे में काम करती थीं।

अपर पुलिस आयुक्त (कानून व्यवस्था) हरीश चंद्रा ने कहा कि पीड़ित परिवारों का आरोप है कि 14 और 16 वर्ष की आयु की इन बच्चियों के साथ कुछ दिनों पहले ठेकेदार रामरूप निषाद, उसके बेटे और भतीजे ने सामूहिक दुष्कर्म किया था और आरोपियों ने उन्हें ब्लैकमेल करने के लिए वीडियो भी बनाया था। इसकी वजह से इन लड़कियों ने बुधवार को यह कड़ा कदम उठाया और पेड़ पर फांसी लगा ली। उन्होंने कहा कि पुलिस ने ठेकेदार रामरूप निषाद (48), उसके बेटे राजू (18) और भतीजे संजय (19) को गिरफ्तार कर लिया है। ये तीनों हमीरपुर जिले के रहने वाले हैं।

उधर, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की मंत्री स्मृति ईरानी के सरकारी आवास के बाहर कांग्रेस की कई महिला कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन कर कानपुर की घटना में कड़ी कार्रवाई करने की मांग की।