कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने आईएसआईएस लिंक के आरोपों के बाद गृह मंत्री राजनाथ सिंह को चिट्ठी लिखी है। अहमद पटेल ने गृह मंत्रालय से कहा है कि इस पूरे मामले की एजेंसियों द्वारा निष्पक्ष जांच कराए जाने के लिए आदेश दिया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि चुनाव जीतने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा से खेलना सही नहीं है। उन्होंने अपने पत्र में कहा, ‘आतंकवाद से लिंक के आरोप एजेंसियों द्वारा जांच के बाद तय किए जाने चाहिए ना कि किसी राजनीतिक नेता द्वारा पार्टी हेडक्वाटर में प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित करके किया जाना चाहिए।’ कांग्रेस नेता ने राजनाथ सिंह से इस मामले में निष्पक्ष जांच कराने की अपील की है। पटेल ने यह खत गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के आरोपों के बाद लिखा है।
उन्होंने खत में लिखा है, ‘कोई भी घटना जो गुजरात के लॉ एंड ऑर्डर को डिस्टर्ब करती है, उसके बारे में जांच की जानी चाहिए। राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों की अनदेखी राजनीतिक लाभ के लिए नहीं की जानी चाहिए। चुनाव जीतने के लिए राष्ट्रीय सुरक्षा से खेलना सही नहीं है। एक सांसद के नाते हमने देश की सुरक्षा और संप्रभुता बनाए रखने के लिए शपथ ली थी, इसी के नाते मैं आपसे अपील करता हूं कि इस मामले की निष्पक्ष जांच की जानी चाहिए।’
My letter to the Union Home Minister pic.twitter.com/KSXDU8UB4X
— Ahmed Patel (@ahmedpatel) October 29, 2017
विजय रूपाणी ने गुजरात से गिरफ्तार किए गए दो आईएसआईएस संदिग्धों की गिरफ्तारी पर कांग्रेस नेता अहमद पटेल से राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा देने की मांग की थी। उन्होंने आरोप लगाया था कि हाल ही में गिरफ्तार किया गया आतंकी संगठन आईएसआईएस का एक संदिग्ध सदस्य उस अस्पताल में काम करता था, जहां पटेल पहले एक ट्रस्टी थे।
रूपाणी ने कहा था, ‘इस बात का अब खुलासा हुआ है कि कासिम ने गिरफ्तारी से महज दो दिन पहले इस्तीफा दिया था। इससे कई सवाल उठते हैं। पटेल को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इस तरह के व्यक्ति को उनके अस्पताल में नौकरी कैसे मिली और उसने अपनी गिरफ्तारी से कुछ ही दिन पहले इस्तीफा क्यों दिया।’ जावड़ेकर ने बेंगलुरू में कहा कि कांग्रेस को स्पष्ट करना चाहिए कि एक आतंकवादी अस्पताल में इतने समय तक कैसे काम करता रहा। उन्होंने कहा कि आईएस के दो संदिग्ध एक यहूदी धार्मिक स्थल पर हमले की साजिश रच रहे थे। इन्हीं आरोपों के जवाब में आज अहमद पटेल ने गृह मंत्रालय को यह खत लिखा है।

