कांग्रेस ने सोमवार को 17 अक्टूबर को होने वाले पार्टी अध्यक्ष चुनाव के लिए महत्वपूर्ण दिशानिर्देश जारी किए हैं। चुनाव में कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए दिग्गज नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा सांसद शशि थरूर के बीच कड़ा चुनावी मुकाबला होने की उम्मीद है। कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री ने चुनाव को लेकर दिशानिर्देश जारी किए है। वहीं शशि थरूर ने इन दिशानिर्देशों का स्वागत किया है। शशि थरूर ने ट्वीट कर लिखा कि मैं पार्टी के अध्यक्ष चुनाव पर कांग्रेस के मुख्य चुनाव प्राधिकरण की इस घोषणा का स्वागत करता हूं।

कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए मतदान 17 अक्टूबर को होगा। वहीं मतों की गिनती 19 अक्टूबर को होगी और परिणाम उसी दिन घोषित किए जाएंगे। चुनाव में 9,000 से अधिक प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के प्रतिनिधि मतदान करेंगे। चुनाव के लिए जारी दिशानिर्देश इस प्रकार हैं:

1- प्रदेश रिटर्निंग ऑफिसर (पीआरओ) अपने संबंधित पीसीसी (प्रदेश कांग्रेस कमेटी) के मतदान अधिकारी होंगे और मतदान केंद्रों पर व्यवस्था बनाए रखने और चुनाव को निष्पक्ष रूप से देखने के लिए जिम्मेदार होंगे।

2- कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर अपनी व्यक्तिगत क्षमता से कांग्रेस अध्यक्ष का चुनाव लड़ रहे हैं। इसलिए प्रतिनिधि मतपत्र के माध्यम से अपनी पसंद के उम्मीदवारों में किसी एक को चुनने के लिए स्वतंत्र हैं।

3- एआईसीसी महासचिव/प्रभारी, सचिव/संयुक्त सचिव, पीसीसी अध्यक्ष, सीएलपी नेता, फ्रंटल संगठन के प्रमुख, विभागों/प्रकोष्ठों के प्रमुख और सभी आधिकारिक प्रवक्ता चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के लिए या उनके खिलाफ प्रचार नहीं करेंगे। यदि वे किसी उम्मीदवार का समर्थन करना चाहते हैं तो उन्हें पहले अपने संगठनात्मक पद से इस्तीफा देना होगा, उसके बाद वे प्रचार में भाग लेंगे।

4- सभी पीसीसी अध्यक्ष अपने संबंधित राज्यों में उम्मीदवारों की यात्रा के दौरान उनके प्रति शिष्टाचार का परिचय देंगे।

5- पीसीसी अध्यक्ष प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित करने के इच्छुक उम्मीदवार को बैठक हॉल, कुर्सियों और अन्य उपकरणों की व्यवस्था कराएंगे। हालांकि पीसीसी अध्यक्ष द्वारा अपनी व्यक्तिगत क्षमता में ऐसी कोई बैठक नहीं बुलाई जा सकती है। बैठक आयोजित करना प्रस्तावक या चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों के समर्थकों का काम है।

6- चुनाव के दौरान कोई भी उम्मीदवार मतदाताओं को लाने के लिए वाहन का उपयोग नहीं करेगा और न ही किसी अन्य प्रकार के प्रचार का सहारा लेगा। इन प्रक्रियाओं का उल्लंघन करने वाले उम्मीदवारों के चुनाव को अमान्य कर दिया जाएगा और उन्हें अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए उत्तरदायी बनाया जाएगा।

7- यह सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत सावधानी बरती जानी चाहिए कि किसी भी उम्मीदवार के खिलाफ कोई दुर्भावनापूर्ण प्रचार न हो। इससे पार्टी की बदनामी होगी। चुनाव प्रक्रिया की संवेदनशीलता को किसी भी कीमत पर बरकरार रखा जाना चाहिए।

वहीं शशि थरूर पार्टी के प्रोफेशनल इकाई के अध्यक्ष थे और इसको लेकर कुछ लोग सवाल उठा रहे थे कि वो अभी तक अपने पद पर क्यों बनें हुए हैं। इसको लेकर शशि थरूर ने ट्वीट करते हुए लिखा, “मैंने पिछले महीने कांग्रेस अध्यक्ष को प्रोफेशनल्स कांग्रेस के प्रमुख के रूप में अपना इस्तीफा पहले ही सौंप दिया है।”