कांग्रेस के बैंक खातों पर आयकर विभाग की कार्रवाई जारी रहने वाली है। कांग्रेस पार्टी की याचिका को खारिज कर दिया गया है। असल में कुछ दिन पहले ही यूथ कांग्रेस और कांग्रेस से जुड़े चार बैंक अकाउंट को फ्रीज कर दिया गया था। आयकर विभाग ने मांग की थी कि पार्टी द्वारा 210 करोड़ रुपये की रीकवरी की जाए। अब उसी कार्रवाई के खिलाफ देश की सबसे पुरानी पार्टी आयकर अपीलीय प्राधिकरण (ITAT) गई थी। लेकिन वहां से उसे झटका लग गया है।

प्राधिकरण के इस आदेश पर कांग्रेस के वकील की तरफ से भी प्रतिक्रिया आई है। उन्होंने उस आदेश के बाद ही प्राधिकरण से अपील की थी कि उन्हें 10 दिन का वक्त दे दिया जाए जिससे वे इस आदेश को हाई कोर्ट में चुनौती दे सकें। तर्क दिया गया कि ऐसे फैसले का पार्टी पर गंभीर परिणाम होगा, ऐसे में राहत दी जानी चाहिए। लेकिन प्राधिकरण ने ये कहकर इस मांग को खारिज कर दिया कि ऐसा फैसला देना उनके अधिकार में नहीं है, ऐसे में कोई राहत नहीं मिल सकती।

जानकारी के लिए बता दें कि कुछ दिन पहले ही कांग्रेस ने इस मुद्दे को उठाया था और इसे लोकतंत्र की हत्या भी बताया गया था। कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा था कि हमें कल जानकारी मिली कि यूथ कांग्रेस के बैंक खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। कांग्रेस पार्टी के भी खाते सीज कर दिए गए हैं। इनकम टैक्स ने यूथ कांग्रेस और कांग्रेस पार्टी से 210 करोड़ रुपये की रिकवरी मांगी है। चुनाव से ठीक 2 हफ्ते पहले जब विपक्ष के खाते फ्रीज कर दिए जाते हैं, तो यह लोकतंत्र को फ्रीज करने के बराबर है।

माकन ने आगे कहा कि कांग्रेस नेता ने आगे कहा कि 2018 के आयकर रिटर्न के आधार पर करोड़ों रुपये की मांग की जा रही है। ये बहुत शर्मनाक है। लोकतंत्र की हत्या हो रही है। लोकसभा चुनाव से पहले हमारे खाते फ्रीज कर दिए गए हैं। कांग्रेस पार्टी के सदस्यता अभियान के माध्यम से युवा कांग्रेस द्वारा इकट्ठा किए गए पैसों को भी जब्त कर लिया गया है।