कांग्रेस के लगातार खराब प्रदर्शन पर पार्टी में भी विरोध के सुर देखने को मिल रहे हैं। बता दें कि पार्टी के नेतृत्व में बदलाव को लेकर असंतुष्ट नेताओं के समूह ने सवाल खड़े किये हैं। दिग्गज कांग्रेसी नेता कपिल सिब्बल ने गांधी परिवार को पार्टी नेतृत्व से अलग होने की सलाह दी है। CWC की बैठक में खुद सोनिया गांधी भी कह चुकी हैं कि अगर नेतृत्व में बदलाव के चलते गांधी परिवार को हटना चाहिए तो वो तैयार हैं।

वहीं पार्टी की लगातार हार पर टीवी डिबेट्स में भाजपा और कांग्रेस के प्रवक्ताओं के बीच जमकर बहस देखने को मिल रही है। बता दें कि कांग्रेसी नेता अभय दुबे ने कहा जिन राज्यों में भाजपा को जीत मिली, वहां वो लोगों की उम्मीद पर खरे उतरें लेकिन यह चुनौतीपूर्ण है। सरकार बनाने को लेकर भाजपा के भीतर अंतर्कलह है।

अभय दुबे के इस आरोप पर भाजपा की प्रवक्ता संजू वर्मा ने कहा कि कांग्रेस भाजपा को नैतिकता का पाठ पढ़ा रही है लेकिन कांग्रेस को हार पर हार मिल रही है, और इनका हाल ‘रस्सी जल गई, लेकिन बल नहीं गया’ जैसा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को लगातार हार पर हार मिल रही है। लेकिन ये लोग सीख नहीं रहे। इनसे विनम्रता की उम्मीद करना गलत होगा।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस प्रवक्ता टीवी पर सीना तान कर मुस्तैदी से बात कर रहे हैं, उससे तो लग रहा है कि ये चार राज्य हारे नहीं बल्कि जीते हैं। संजू वर्मा ने कहा कि यूपी में कांग्रेस कभी महत्वपूर्ण दल हुआ करती थी लेकिन आज उसके पास सिर्फ दो सीटें हैं। अंतर्कलह को लेकर उन्होंने कहा कि पार्टी में ऐसी कोई स्थिति नहीं है। यूपी में योगी आदित्यनाथ ही दोबारा सीएम बनेंगे।

बता दें कि हाल ही में हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस यूपी, गोवा, मणिपुर और उत्तराखंड में फिर से सत्ता से दूर रह गई। वहीं पंजाब में जहां वो सत्ता में थी लेकिन आम आदमी पार्टी की वजह से उसे बाहर होना पड़ा है। सभी पांचों राज्यों में कांग्रेस का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। ऐसे में पार्टी के भीतर मंथन का दौर जारी है।