भाजपा ने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह विवादास्पद ‘संत’ रामपाल की गिरफ्तारी को लेकर हरियाणा में भड़की हिंसा का राजनीतिकरण कर रही है। हिंसा में पुलिसकर्मियों सहित 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए।

पार्टी ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार केवल अदालत के आदेशों को लागू कर रही है और इसने रामपाल से कहा है कि वह कानून का सम्मान करें।
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘‘कांग्रेस हिंसा को राजनीतिक रंग देने का प्रयास कर रही है। यह दुर्भाग्यपूर्ण है क्योंकि यह संवेदनशील मामला है और इसका शांतिपूर्ण समाधान खोजा जाना चाहिए।’’

उन्होंने दावा किया कि पुलिस का अभियान अदालत के आदेशों का पालन कराने के लिए था जो पिछले चार वर्षों से लंबित है क्योंकि पिछली कांग्रेस सरकार ने मुद्दे को गड़बड़ कर दिया था।

सतलोक आश्रम के मुखिया रामपाल के बारे में उन्होंने कहा, ‘‘कानून से ऊपर कोई नहीं है। रामपाल को कानून का सम्मान करना चाहिए।’’ उनके समर्थकों ने आश्रम के अंदर से पुलिस पर हमला किया।

शर्मा ने कहा कि हिसार के बरवाला शहर में आज सुबह हुए हिंसक संघर्ष में कम से कम 72 पुलिसकर्मी और 60 आश्रम समर्थकों के अलावा कुछ मीडियाकर्मी भी घायल हो गए।

कांग्रेस नेता अजय माकन ने कहा कि रामपाल के आश्रम में मीडिया पर हमला ‘‘अस्वीकार्य और पूरी तरह दुर्भाग्यपूर्ण’’ है क्योंकि कई संवाददाता और कैमरामैन को बुरी तरह पीटा गया और पुलिस के बर्बर लाठीचार्ज में वे जख्मी हो गए।

शर्मा ने कहा कि अदालत ने रामपाल से कहा कि वह अदालत के समक्ष पेश हों और पुलिस अभियान चला रही थी ताकि सुनिश्चित किया जा सके कि कोई जख्मी या हताहत नहीं हो जबकि आश्रम समर्थकों ने अंदर से हमला कर दिया।

उन्होंने दावा किया कि आश्रम समर्थकों ने महिलाओं एवं बच्चों का इस्तेमाल मानव कवच के रूप में किया और पुलिस ने उन्हें बंधक बनाए रखने से बचाने का प्रयास किया।