पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ बीजेपी प्रवक्ता नुपुर शर्मा की टिप्पणी से मोदी सरकार को वैश्विक मोर्चे पर शर्मसार होना पड़ रहा है। कतर से उठे विरोध के स्वर 12 देशों तक जा पहुंचे हैं। जिन देशों ने आपत्ति जताई है उनमें कतर के अलावा सऊदी अरब, कुवैत, जार्डन, लीबिया, ओमान, यूएई, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, बहरीन, मालदीव और इंडोनेशिया शामिल हैं।

हालांकि भारत ने सोमवार को इस्लामिक देशों के संगठन (आईओसी) की टिप्पणियों को ‘संकीर्ण सोच वाला, प्रेरित, भ्रमित एवं शरारतपूर्ण बताते हुए खारिज कर दिया। सरकार ने पाकिस्तान को तीखी झाड़ पिलाते हुए कहा कि अल्पसंख्यकों के अधिकारों का लगातार उल्लंघन करने वाले एक देश की किसी दूसरे देश में अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे व्यवहार को लेकर टिप्पणी किसी के गले नहीं उतर रही है। लेकिन कतर से उठी आवाज दुनिया भर में फैलती जा रही है।

ओआईसी ने पैगंबर मोहम्मद के खिलाफ टिप्पणी को लेकर भारत की आलोचना कर संयुक्त राष्ट्र से आग्रह किया था कि मुसलमानों के अधिकारों की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए। जबकि पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ ने भाजपा नेताओं की टिप्पणी की रविवार को निंदा की थी। पाकिस्तान ने विवादित टिप्पणियों के प्रति अपना विरोध दर्ज कराने के लिए सोमवार को भारतीय उच्चायोग के प्रभारी को तलब भी किया था।

कतर, कुवैत और ईरान ने भी भारतीय राजदूतों को तलब कर विरोध जताया है। जबकि सऊदी अरब, बहरीन और अफगानिस्तान ने बयान की निंदा की है। बहरीन ने बीजेपी की कार्रवाई का स्वागत किया। सऊदी अरब के विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके भाजपा प्रवक्ता की टिप्पणियों की निंदा की और कहा कि इनसे पैगंबर मोहम्मद का अपमान हुआ है।

भाजपा ने विवादित बयानों के लिए अपनी राष्ट्रीय प्रवक्ता नूपुर शर्मा को रविवार को पार्टी से निलंबित कर दिया है। नवीन जिंदल को भी पार्टी नेतृत्व ने भाजपा से निष्कासित करने का फैसला लिया। लेकिन दोनों नेताओं की विवादित टिप्पणियों से जो बवाल होता दिख रहा है उसमें सरकार शर्मसार हो रही है। बीजेपी को भी नुकसान का अंदेशा पहले ही हो गया था। तभी पार्टी ने दोनों नेताओं के बयानों से किनारा करते हुए कहा कि वह सभी धर्मों का सम्मान करती है। हर धर्म के पूजनीय लोगों के सम्मान को लेकर वो प्रतिबद्ध है।