बीएसएफ ने पश्चिम बंगाल के एक शिविर में कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) द्वारा एक जवान को फर्श पर लुढ़कने का कथित दंड देने की घटना की जांच के आदेश दिए हैं। यह कथित घटना एक सितंबर को हुई, जब 162वीं बटालियन के कमांडेंट ने तीसरी बटालियन के कांस्टेबल को अनुशासन का उल्लंघन करते हुए पाया।

अधिकारियों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के कूच बिहार स्थित सीमा सुरक्षा बल के सेक्टर मुख्यालय ने घटना की ‘स्टाफ कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी’ (एससीओआई) के आदेश दिए हैं। अधिकारियों के अनुसार, कांस्टेबल रैंक के जवान को कमांडिंग ऑफिसर के निर्देश पर जमीन पर लुढ़कने के लिए कहा गया और उसे “शारीरिक दंड” दिया गया।

यह घटना रूपनगर स्थित बटालियन कैंप में हुई जो 162वीं और तीसरी बीएसएफ बटालियन का संयुक्त कैंप है।

बीएसएफ के एक प्रवक्ता ने कहा कि घटना की जांच के लिए एक सीओआई का आदेश दिया गया है और मामले के तथ्यों का अध्ययन किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, एकल-अधिकारी जांच समिति को घटनाक्रम का पता लगाने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय सुझाने के लिए कहा गया है।

जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हथियार तस्करी की कोशिश नाकाम

सुरक्षा बलों ने मंगलवार को जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय सीमा पर हथियारों की तस्करी के प्रयास को विफल कर दिया और एक मैगजीन तथा एक एके ‘असॉल्ट राइफल’ बरामद की। अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिलने के बाद सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और पुलिस द्वारा अरनिया में चलाए गए संयुक्त तलाशी अभियान में यह बरामदगी की गई। उन्होंने बताया कि अंतिम रिपोर्ट मिलने तक इलाके में तलाशी अभियान जारी था।

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